मुंबई:  महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस शनिवार को उन दावों को खारिज किया, जिनमें कहा जा रहा था कि राज्य सरकार ने लड़की बहिन योजना के लिए बजट घटा दिया है। उन्होंने आश्वासन दिया कि लाभार्थियों को पूरी राशि मिलेगी। वहीं, शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे ने आज पेश राज्य के बजट को ‘पूरी तरह से बकवास’ करार दिया और महायुति सरकार पर लोगों से किए गए वादों को न निभाने का आरोप लगाया।

फडणवीस ने कहा, हमने लड़की बहिन योजना के लिए पैसे नहीं घटाए हैं। सभी को उनका पैसा मिलेगा। हमने योजना के लिए जरूरत के अनुसार पैसे तय किए हैं। अगर और अधिक पैसे की जरूरत होगी, तो हम इसके लिए अतिरिक्त प्रावधान करेंगे। हम अपने वादे को पूरा करेंगे और अफनी बहनों को हर महीने 2,100 रुपये देंगे।

‘हर महीने 300 यूनिट मुफ्त बिजली की योजना’
मुख्यमंत्री ने यह भी घोषणा की कि सरकार हर महीने 300 यूनिट मुफ्त बिजली देने की योजना बना रही है और किसानों को अधिक उत्पादन हासिल हो, उसके लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) का उपयोग करने की योजना बना रही है। राज्य का बजट पेश होने के बाद फडणवीस ने पत्रकारों को इसकी जानकारी दी। इस दौरान उनके साथ उप मुख्यमंत्री और राज्य के वित्त मंत्री अजित पवार भी मौजूद थे।

‘जीएसटी संग्रह और एफडीआई में सबसे आगे’
फडणवीस ने कहा कि राज्य वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) संग्रह और विदेशी प्रत्यक्ष निवेश (एफडीआई) में सबसे आगे है। उन्होंने कहा, महाराष्ट्र का राजकोषीय घाटा 2.9 फीसदी पर नियंत्रित है। अनुमान के मुताबिक अगले साल यह 2.7 फीसदी रहेगा। हम अपनी कुल जीएसडीपी का 25 फीसदी तक ऋण ले सकते हैं। लेकिन अभी हम 18 फीसदी पर हैं। हमारे ऋण में वृद्धि हुई है, लेकिन हमारी ऋण लेने की क्षमता भी बढ़ी है। मौजूदा वर्ष में हम राष्ट्रीय औसत से सात फीसदी अधिक जीएसटी संग्रह कर रहे हैं। हम जीएसटी संग्रह और एफडीआई में सबसे ऊपर हैं।

16 लाख घरों के लिए वितरित किए गए पैसे
मुख्यमंत्री ने यह भी जानकारी दी कि केंद्र सरकार ने 20 लाख घरों के निर्माण की मंजूरी दी है, जिनमें से 18 लाख लोगों की स्वीकृति हो चुकी है और 16 लाख घरों के लिए पैसे वितरित किए जा चुके हैं। हम सौर उर्जा के जरिए प्रत्येक घर को हर महीने 300 यूनिट तक मुफ्त बिजली देने की योजना पर काम कर रहे हैं। फडणवीस ने यह भी कहा कि राज्य सरकार महिलाओं को स्वयं सहायता समूहों पर फोकस करने के लिए प्रोत्साहित करेगी। उन्होंने नागपुर के एक समूह का उदाहरण भी दिया, जिसमें महिलाओं ने लड़की बहिन योजना के तहत दी गई राशि का उपयोग किया। उन्होंने आगे कहा, हम लखपति दीदी योजना शुरू करने जा रहे हैं, जिसके तहत महिलाएं हर महीने आठ हजार रुपये तक कमा सकती हैं।