नई दिल्ली: विदेश मंत्री एस जयशंकर द्विपक्षीय सहयोग को और बढ़ावा देने के लिए मंगलवार से ब्रिटेन और आयरलैंड की छह दिवसीय यात्रा पर हैं। जयशंकर सबसे पहले लंदन पहुंचे। यहां वे अपने ब्रिटिश समकक्ष डेविड लैमी के साथ द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर बातचीत करेंगे। जयंशकर और लैमी की यह मुलाकात अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की के बीच तीखी नोकझोंक की पृष्ठभूमि में होगी।

जानकारों की मानें तो इस दौरान भारत-ब्रिटेन मुक्त व्यापार समझौते पर चर्चा होने की उम्मीद है। पिछले महीने के अंत में भारत और ब्रिटेन ने ब्रिटिश व्यापार सचिव जोनाथन रेनॉल्ड्स की नई दिल्ली यात्रा के दौरान प्रस्तावित सौदे पर बातचीत फिर से शुरू की थी। विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा, भारत और ब्रिटेन के बीच व्यापक रणनीतिक साझेदारी है। यह रक्षा और सुरक्षा, व्यापार और अर्थव्यवस्था, स्वास्थ्य, शिक्षा सहित कई क्षेत्रों में मजबूत हुई है।

सीडीएस जनरल चौहान ऑस्ट्रेलिया दौरे पर
चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल अनिल चौहान सोमवार को चार दिनी दौरे पर ऑस्ट्रेलिया रवाना हुए। यहां वह ऑस्ट्रेलियाई शीर्ष सैन्य अफसरों से मिलेंेंगे व हिंद-प्रशांत समेत द्विपक्षीय रणनीतिक संबंधों पर चर्चा करेंगे। यात्रा के दौरान वह ऑस्ट्रेलियाई सशस्त्र बलों के कई सैन्य प्रतिष्ठानों का दौरा करेंगे। रक्षा मंत्रालय नें कहा यह यात्रा दोनों देशों के बीच बढ़ते संबंधों को रेखांकित करती है, जो रणनीतिक साझेदारी के तहत राजनयिक-सैन्य सहयोग को मजबूत करेगी।

टैरिफ चेतावनी के बीच गोयल अचानक अमेरिका रवाना
केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल पहले से तय कार्यक्रमों को रद्द कर सोमवार को अचानक अमेरिका रवाना हो गए। यह दौरा ऐसे समय में हो रहा है, जब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप कुछ ही हफ्तों में भारत समेत कई देशों पर पारस्परिक टैक्स लगाने की घोषणा कर सकते हैं। गोयल यहां ट्रंप प्रशासन के वरिष्ठ अफसरों से मिलेंगे। इस दौरान व्यापार समझौते पर चर्चा हो सकती है, जबकि नए टैरिफ लागू होने की समय सीमा भी नजदीक है। अमेरिका ने पहले ही चीन, कनाडा और मेक्सिको पर टैरिफ लगा दिए हैं, लेकिन अब तक भारत इससे बचा हुआ है। हालांकि, 2 अप्रैल से अमेरिका भारत पर भी टैरिफ लागू करने की योजना बना रहा है।