Saturday, November 23, 2024 at 11:14 AM

मोटापा ग्रस्त महिलाएं हो जाएं सावधान, हृदय रोगों के अलावा इस जानलेवा समस्या का भी हो सकती हैं शिकार

शरीर का वजन अधिक होना या मोटापे की समस्या को कई प्रकार की गंभीर और क्रोनिक बीमारियों का कारण माना जाता रहा है। बच्चे हों या बुजुर्ग, महिला हों या पुरुष मोटापे की स्थिति सभी के लिए खतरनाक हो सकती है। इसी से संबंधित एक हालिया अध्ययन में स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने महिलाओं में अधिक वजन की समस्या को गंभीर बताते हुए इसे कंट्रोल में रखने की सलाह दी है।

स्ट्रोक जर्नल में प्रकाशित अध्ययन में कहा गया है कि जो महिलाएं 15 से 30 की उम्र में अधिक वजन वाली या मोटापे की शिकार होती हैं, उनमें 55 की उम्र से पहले इस्केमिक स्ट्रोक होने का जोखिम अधिक हो सकता है। हालांकि इसी उम्र के पुरुषों में मोटापे के कारण इतना जोखिम नहीं देखा गया है।

शोध के निष्कर्ष के आधार पर विशेषज्ञों ने कहा है कि कम उम्र से ही वजन को कंट्रोल रखने के लिए प्रयास जरूरी हैं। किशोरावस्था (13-18 की आयु) के बाद अगर वजन कम भी करते हैं तो भी स्ट्रोक का खतरा समाप्त नहीं होता इसलिए बचपन से ही वजन पर ध्यान देते रहना जरूरी है।

इस्केमिक स्ट्रोक का जोखिम

गौरतलब है कि रक्त का थक्का (जिसे थ्रोम्बस के रूप में जाना जाता है) बनने के कारण मस्तिष्क की ओर जाने वाली धमनी के अवरुद्ध होने से इस्केमिक स्ट्रोक हो सकता है। मोटापे के शिकार लोगों में थक्का बनने का जोखिम अधिक होता है और इससे स्ट्रोक के अलावा हार्ट अटैक का खतरा भी बढ़ जाता है। स्ट्रोक को जानलेवा समस्या माना जाता है।

ये अध्ययन फिनलैंड में किया गया। साल 1980 से 2020 तक किए गए इस अध्ययन में 50 वर्ष की आयु के 10,491 लोग शामिल थे, जिनमें से 49% महिलाएं थीं। शोधकर्ताओं ने 14 और 31 या दोनों उम्र में इनका बॉडी मास इंडेक्स (बीएमआई) मापा। इनमें 20 में से एक प्रतिभागी में थक्का बनने और इसके कारण स्ट्रोक का खतरा देखा गया।

अध्ययन में क्या पता चला?

अध्ययन की कुछ महत्वपूर्ण बातों पर विशेषज्ञों ने ध्यान आकृष्ट किया है।

  • 14 वर्ष की आयु में मोटापे की शिकार महिलाओं में थक्के के कारण स्ट्रोक का जोखिम 87% अधिक पाया गया।।
  • 31 वर्ष की आयु में मोटापे की शिकार महिलाओं में उचित वजन वाली महिलाओं की तुलना में क्लॉट के कारण होने वाले स्ट्रोक का खतरा 167% अधिक था।
  • 31 वर्ष में मोटापे वाली महिलाओं में हेमोरेजिक स्ट्रोक का जोखिम भी लगभग 3.5 गुना अधिक देखा गया।
  • जो पुरुष 14 या 31 वर्ष की आयु में अधिक वजन वाले या मोटापे से ग्रस्त थे, उनमें थक्के के कारण होने वाले स्ट्रोक का खतरा, महिलाओं की तुलना में कम था।

क्या कहते हैं विशेषज्ञ?

न्यूयॉर्क में नॉर्थवेल हेल्थ-साउथ यूनिवर्सिटी हॉस्पिटल में न्यूरोलॉजी डिवीजन के निदेशक डॉ. एंड्रयू रोगोव कहते हैं, 14 और 31 वर्ष की आयु में अधिक वजन वाली महिलाओं में पुरुषों की तुलना में स्ट्रोक की आशंका अधिक देखी गई।

Check Also

500 की साड़ी भी लगेगी हजारों की, जब साथ पहनेंगी ऐसी डिजाइन के ब्लाउज

साड़ी एक ऐसा परिधान है, जिसे महिलाएं घर में होने वाली पूजा-पाठ से लेकर शादी-विवाह …