Sunday, May 19, 2024 at 8:19 AM

44 साल में अतीक अहमद पर दर्ज हुए 101 मुक़दमे, लेकिन पहली बार हुआ कुछ ऐसा

तीक अहमद उमेश पाल अपहरण कांड में उम्रकैद की सजा सुनाई है। अतीक के साथ दोषी करार दिए गए दिनेश पासी और सौलत हनीफ को भी उम्रकैद की सजा सुनाई गई है। अतीक के भाई अशरफ समेत सात जीवित आरोपी मंगलवार को दोष मुक्त करार दिए गए हैं। अतीक दोषी करार दिया गया। कैसे उमेश पाल ने 17 साल तक अतीक को सजा दिलाने के लिए संघर्ष किया। कैसे सजा मिलने से पहले उमेश की हत्या कर दी गई।
कहानी 2005 से शुरू होती।  25 जनवरी 2005 का दिन इलाहाबाद पश्चिमी विधानसभा सीट से नवनिर्वाचित विधायक राजू पाल पर जानलेवा हमला हुआ। शहर के पुराने इलाकों में शुमार सुलेमसराय में बदमाशों ने राजू पाल की गाड़ी पर गोलियों की बौछार कर दी थी। सैकड़ों राउंड फायरिंग से गाड़ी में सवार लोगों का पूरा शरीर छलनी हो गया।
बदमाशों ने फायरिंग रोकी तो समर्थक राजू पाल को एक टैंपो में लेकर अस्पताल ले जाने लगे। हमलावरों ने ये देखा तो उन्हें लगा राजू जिंदा हैं। तुरंत हमलावरों ने अपनी गाड़ी टैंपो के पीछे लगा ली और फिर फायरिंग शुरू कर दी।

Check Also

बहू को स्टेशन से लेने जा रहा था परिवार, अनियंत्रित स्कॉर्पियों डिवाइडर से टकराई; पांच लोग घायल

आजमगढ़:  आजमगढ़ जिले के देवगांव कोतवाली क्षेत्र के कैथीशंकरपुर स्थित ओवरब्रिज पर मंगलवार को अनियंत्रित …