गर्भावस्था किसी भी महिला के लिए एक बेहद खास दौर होता है। इन नौ माह में महिला के शरीर में कई तरह के परिवर्तन होते हैं, क्योंकि उसके भीतर एक नया जीवन पनप रहा होता है। इस दौरान महिला को थकान, मार्निंग सिकनेस व अन्य कई तरह की स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
बीना सोचे समझें किसी भी करवट सोने से बच्चे को नुकसान पहुंच सकता है, इसी वजह से कई महिलाओं को गर्भावस्था के दौरान नींद न आने की शिकायत रहती है।
गर्भावस्था के दौरान दिन के समय ज्यादा देर तक नहीं सोना चाहिए, क्योंकि दिन में सोने के कारण रात की नींद पूर्ण्तः खराब हो सकती है। इसके अलावा रात में कभी भी ज्यादा देर तक पीठ के बल न सोए क्योंकि ज्यादा देर तक इस तरह से सोेने से पीठ और कमर में दर्द की गंभीर समस्या हो सकती है।
गर्भावस्था दौरान महिलाओं को टाइट कपड़े नहीं पहनना चाहिए और आप जिसमें आराम महसूस करे उस तरह के कपडें पहनने चाहिए।गर्भावस्था के दौरान पेट के बल नहीं सोना चाहिए क्योंकि प्रेग्नेंसी के समय बाईं तरफ करवट लेकर सोना सही होता है।
जिसका असर उसकी नींद पर भी पड़ता है, लेकिन गर्भावस्था में हेल्दी रहने के लिए जरूरी है कि महिला पूरी तरह अच्छी नींद लें। चूंकि गर्भावस्था में महिला का अधिक मेहनत करता है, इसलिए उन्हें अतिरिक्त नींद लेने की सलाह दी जाती है। तो चलिए आज हम आपको बताते हैं कि गर्भावस्था में महिला को कितनी नींद लेना बेहद जरूरी है−