अंडरवर्ल्ड माफिया एवं डी कंपनी का सरगना दाऊद इब्राहिम के ठिकाने के बारे में पता चल गया है कि वह पाकिस्तान में है लेकिन पड़ोसी देश इस बात से इंकार करता आया है।हसीना पारकर के बेटे एवं दाऊद के भांजे अलीशाह पारकर ने ने ईडी को पूछताछ में और भी कई अहम जानकारी दी है। अलीशाह ने बताया कि उसका परिवार और वह दाऊद के संपर्क में नहीं है।
नवाब मलिक को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मनी लांड्रिंग मामले में गिरफ्तार किया था। उनकी गिरफ्तारी एक भूमि सौदे के मामले में 23 फरवरी को हुई थी।अलीशाह ने बताया, ‘उसकी मां ने अपनी संपत्तियों को किराए पर दे रखा था। उससे मिलने वाले किराए पर वह गुजर-बसर करती थी। वह जरूरतमंद लोगों को तीन से पांच लाख रुपए उधार भी देती थी। उसने रीयल स्टेट में भी निवेश किया था। दाऊद इब्राहिम की बहन होने के नेता मेरी मां को लोग जानते थे। वह संपत्ति से जुड़े विवादों को भी सुलझाया करती थी।’
हसीना पारकर के बेटे ने बयान में कहा कि दाऊद 1986 तक डंबरवाला भवन की चौथी मंजिल पर रहता था। बकौल अलीशाह, मैंने विभिन्न स्रोतों और रिश्तेदारों से सुना है कि दाऊद इब्राहिम पाकिस्तान के कराची में है। मुझे यह बताना है कि दाऊद इब्राहिम मेरे मामा पाकिस्तान के कराची में हैं।”
वह अंडरवर्ल्ड डान दाऊद इब्राहिम और उसके सहयोगियों से जुड़े मनी लांड्रिंग मामले से संबंध रखते हैं। उन्हें पहले ईडी की हिरासत में भेजा गया था, फिर न्यायिक हिरासत में भेज दिया था।विशेष पीएमएलए अदालत ने शुक्रवार को एनसीपी नेता नवाब मलिक के खिलाफ ईडी के आरोप पत्र पर संज्ञान लेते हुए बड़ी बात कही थी।