भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने देशवासियों के नाम एक पत्र लिखकर कांग्रेस पर करारा प्रहार किया है। उन्होंने इंदिरा गांधी सरकार में साधुओं की हत्याओं और राजीव सरकार में सिखों के नरसंहार की याद दिलाते हुए कहा है कि यह देश अब केवल वोटबैंक पॉलिटिक्स करने वालों की राजनीति को नकार रहा है।

पांच राज्यों के चुनावों में देश के अलग-अलग कोनों में भाजपा को मिली सफलता इस बात का प्रमाण है कि अब केवल जनता के हितों की राजनीति ही स्वीकार्य होगी।
नड्डा का यह पत्र सोनिया गांधी के उस पत्र का जवाब माना जा रहा है जिसमें उन्होंने केंद्र सरकार को कटघरे में खड़ा करते हुए कहा था कि सत्तारूढ़ दल विभाजनकारी सोच को ही राजनीति का स्थाई आयाम बना देना चाहता है।

इसी रिपोर्ट के आधार पर जेपी नड्डा ने दावा किया है कि भाजपा की अगुवाई वाली एनडीए सरकार की नीतियों को जनता पसंद कर रही है, जबकि उन लोगों की राजनीति को देश ने नकार दिया है जो अब तक केवल जाति-धर्म के आधार पर वोटबैंक की राजनीति करते रहे हैं।

सोनिया गांधी ने अपने पत्र में यूपीए सरकार के उस फॉर्मूले का भी जिक्र किया था जिसमें पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा था कि यदि जनता को सुरक्षा का वातावरण दे दिया जाए तो वह अपना विकास स्वयं कर लेती है।