उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव के पहले फेज की वोटिंग से पहले भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और समाजवादी पार्टी ने घोषणा पत्र जारी किए। बीजेपी ने जहां लोक कल्याण संकल्प पत्र नाम दिया तो सपा ने वचन पत्र के नाम से मेनिफेस्टो जारी किया है।
दोनों ही पार्टियों ने ‘मुफ्त वादों’ के सहारे वोटर्स को अपने पाले में लाने के लिए सरकारी खजाने की चिंता भुला दी है। साल में 2 एलपीजी सिलेंडर, बिजली से लेकर पेट्रोल तक मुफ्त देने के वादे किए गए हैं।
किसानों को मुफ्त बिजली: बीजेपी ने राज्य में दोबारा सरकार बनने पर किसानों को सिंचाई के लिए मुफ्त बिजली देने का वादा किया है।
मुफ्त सिलेंडर: प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के तहत सभी लाभार्थियों को होली और दीपावली पर 2 मुफ्त एलपीजी सिलेंडर देने का वादा किया गया है।
बेटियों के विवाह के लिए 1 लाख: मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह अनुदान योजना के अंतर्गत गरीब परिवार की बेटियों के विवाह के लिए 1 लाख रुपए तक सहायता।
बुजुर्ग महिलाओं को मुफ्त सफर: बीजेपी ने 60 वर्ष से अधिक उम्र की महिलाओं के लिए सार्वजनिक परिवहन में मुफ्त यात्रा की व्यवस्था का वादा किया है।
हर बेघर को घर: सभी गरीब, आवासहीन, अनुसूचित जाति, अनुसूचित जानजाति, घुमन्तु जाति, पिछड़ा, वंचित और अन्य गरीब परिवारों को आवासीय पट्टे की भूमि और आवास की सुविधा का वादा किया गया है।
पेंशन में वृद्धि: वरिष्ठ नागरिकों, विधवा, निराश्रित महिला और दिव्यांगों की पेंशन को बढ़ाकर 1500 प्रतिमाह करने का वादा किया गया है।
सपा के मुफ्त वादे
किसानों को मुफ्त खाद: समाजवादी पार्टी ने कहा है कि यदि यूपी में अखिलेश यादव की सरकार बनती है तो सभी लघु और सीमांत किसान जिनके पास 2 एकड़ से कम जमीन है उन्हें ‘2 बोरी डीएपी और 5 बोरी यूरिया मुफ्त’ दी जाएगी।
बिजली मुफ्त: सभी किसानों को सिंचाई के लिए मुफ्त बिजली का वादा किया गया है। इसके अलावा घरेलू उपभोक्ताओं को भी हर महीने 300 यूनिट मुफ्त बिजली देने की बात कही गई है।
मुफ्त पेट्रोल: अखिलेश के वचन पत्र में कहा गया है कि सभी दोपहिया वाहन मालिकों को प्रति माह एक लीटर पेट्रोल और ऑटो रिक्शा चालकों को प्रति महीने 3 लीटर पेट्रोल/6 किलो सीएनजी मुफ्त दी जाएगी।
लड़कियों को मुफ्त शिक्षा: लड़कियों की शिक्षा को ‘केजी से पीजी तक’ मुफ्त करने का वादा किया गया है। कन्याविद्याधन योजना को दोबारा शुरू किया जाएगा और 12वीं पास करने वाली लड़कियों को 36 हजार रुपए देने की बात कही गई है।
कारीगरों/श्रमिकों को सालाना 18 हजार: कारीगरों/श्रमिक पेंशन 18 हजार रुपए सालाना दर से बुनकरों, जरदोजी, कारीगर, बढ़ई, कुम्हार, नाविक, मोची, दर्जी और अन्य संगठित क्षेत्र के श्रमिकों की मदद का वादा किया गया है।