पायरिया दांतों की एक समान्य समस्या है जो हर किसी को कभी न कभी अपने आघोश में ले ही लेती है। पायरिया की समस्या दांतों के साथ-साथ दांतो के आस-पास मसूड़ों को भी खराब करती है। आज हम आपको पायरिया के लक्षण, कारण सहित इसके इलाज के बारे में बताएंगे।
खाना खाने के बाद दांतों के बीच में खाना फंसा रह जाना, दांतों की सही से सफाई न करना। इन्हीं के कारण से मुंह में जलन का अहसास होता है, मुंह में छाले हो जाते हैं, मसूड़ों का सही से रक्तरप्रवाह नहीं हो पाता है यही सब पायरिया के लक्षण हैं।
नीम की पत्तियां
नीम के पत्तों की राख में कोयले का चूरा और कपूर मिलाकर रोज रात को लगाकर सोने से पायरिया में लाभ होता है। इसके अलावा यह पाउडर मसूड़ों से रक्तस्राव और पस के निर्माण पर नियंत्रण रखता है, और मुंह से दुर्गन्ध हटाने में भी सहायता करता है। आप अपने दांतों में नीम के दातुन से ब्रश भी कर सकते हैं।
अरंडी का तेल
अरंडी का तेल दांतों की समस्या के लिए बहुत ही अच्छा माना जाता है। इसके लिए आपको 200 मिलीलीटर अरंडी के तेल में 5 ग्राम कपूर और 100 मिलीलीटर शहद को अच्छे से मिला दें। इस मिश्रण नीम की दातुन के साथ दांतों पर रगड़ने से दांतों की सभी बीमारियों का नाथ हो जाता है। साथ ही पायरिया की समस्या भी दूर हो जाती है।
सरसों का तेल और सेंधा नमक
कहते चाहें कोई भी बीमारी हो लेकिन घर के उपचार से उसपर काबू पा लिया जाता है। सरसों का तेल और सेंधा नमक पायरिया के लिए एक अच्छी औषधि है। सरसों के तेल को रात में नमक मिलाकर लगाने से दांतों से जुड़ी हर तरह की समस्या का छुटकारा हो जाता है। साथ ही दांत भी मजबूत बनते हैं।
कच्चे अमरुद
कहते हैं दांतों का समस्या के छुटकारा पाने के लिए विटामिन बी से अच्छा कुछ और हो ही नहीं सकता है। यह हमारे आपके दांतों के लिए बहुत ही लाभकारी है। पायरिया होने पर कच्चे अमरुजद में नमक मिलाकर खाने से पायरिया की समस्या ठीक हो जाती है।