उत्तर प्रदेश में एक बार फिर पीएम नरेंद्र मोदी और योगी आदित्यनाथ का जादू चल गया है। भाजपा और योगी आदित्यनाथ की इस बड़ी जीत के पीछे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की अहम भूमिका बताई जा रही है।
आरएसएस ने न केवल पूरे प्रदेश में प्रचार के लिए कई विशेष कार्यक्रम चलाए, बल्कि मुस्लिम आबादी वाले क्षेत्रों में हिंदू वोट को संगठित करने का काम भी किया। संघ ने जनवरी से ही सभी संगठनों को चुनाव की जिम्मेदारी सौंपी थी। योगी सरकार के कामों को जनता तक पहुंचाने कई प्लान भी तैयार किए गए थे।
राष्ट्रीय स्वयं संघ ने चुनाव के दौरान काशी से लेकर अवध तक और बुंदेलखंड से लेकर मथुरा तक लोक जागरण मंच प्रोग्राम और जागरूक मतदाता मंच जैसे कार्यक्रम जोर-शोर से चलाए। लोक जागरण मंच कार्यक्रम के जरिए स्वयंसेवकों ने 25 अहम मुद्दों को कवर किया था। इसके लिए संघ ने एक विशेष पर्चा भी छपवाया था।
उत्तर प्रदेश के एक वरिष्ठ प्रचारक ने अमर उजाला को बताया कि हम लोगों से इन्हीं मुद्दों को ध्यान में रख कर वोट करने की अपील करते थे। इस दौरान हम किसी पार्टी या उम्मीदवार का नाम नहीं लेते थे। बस उनसे इतना ही कहते थे कि ‘इस बार वोट राष्ट्र के नाम पर’ और मतदाता खुद ही समझ जाते थे।