अमरावती: आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने शुक्रवार को बताया कि उनके पास पिछली वाइएसआरसीपी सरकार और अदाणी समूह से जुड़े रिश्वत घोटाले से संबंधित अमेरिका में दायर चार्जशीट रिपोर्ट है। अमेरिकी न्याय विभाग ने न्यूयॉर्क की अदालत में दावा किया कि दिग्गज कारोबारी गौतम अदाणी और अन्य साथियों ने अपने फायदे के लिए निवेशकों के साथ धोखाधड़ी करने के लिए साजिश रची। इसके साथ ही आरोपियों ने खरबों रुपये के अनुबंध हासिल करने के लिए भारतीय सरकारी अधिकारियों को रिश्वत देने की भी कोशिश की। पिछली वाइएसआरसीपी सरकार इस घोटाले में उलझी हुई है। दरअसल, दावा किया गया है कि सरकारी अधिकारियों ने अदाणी से रिश्वत ली थी।
विधानसभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने कहा कि उनकी सरकार इन आरोपों पर ध्यान देगी और कार्रवाई देगी। उन्होंने कहा, “मैंने अमेरिका में दायर चार्जशीट देखी। मेरे पास वहां दाखिल सभी चार्जशीट रिपोर्ट है। यह पब्लिक डोमेन में है। हम इसका अध्ययन करेंगे और इसके बाद कार्रवाई करेंगे।” उन्होंने कहा कि पांच महीनों से 2019 से लेकर 2024 के बीच हुए भ्रष्टाचार के आरोपों पर टीडीपी सरकार चर्चा कर रही है।
गुरुवार के वाइएसआरसीपी ने अपने ऊपर लगे आरोपों को खारिज कर दिया। पार्टी ने बताया कि अदाणी समूह के साथ कोई सीधा समझौता नहीं हुआ है। वाइएसआरसीपी सरकार और अदाणी समूह पर लगे आरोपों पर सीएम नायडू ने कहा कि इससे दक्षिणी राज्य की छवि को नुकसान पहुंचा है। उन्होंने इसे हुत ही दुखद विकास बताया।
अदाणी समूह पर आरोप
भारत के दूसरे सबसे अमीर शख्स गौतम अदाणी सहित सात लोगों पर अमेरिका के न्याय विभाग ने आरोप लगाया है कि उन्होंने आंध्र प्रदेश और ओडिशा सरकार के अधिकारियों को महंगी सौर उर्जा खरीदने के लिए रिश्वत दी। इससे अदाणी समूह को अदाणी समूह को अगले बीस वर्षों में दो अरब डॉलर से ज्यादा का मुनाफा हो सकता था। हालांकि, अदाणी समूह ने इन आरोपों को खारिज किया है और कहा है कि अमेरिकी अभियोजकों के आरोप बेबुनियाद हैं और समूह सभी कानूनों का पालन करता है।