उत्तर प्रदेश के गोरखपुर स्थित चिल्लूपार विधानसभा सीट से बीएसपी विधायक विनय शंकर तिवारी उनके बड़े भाई व पूर्व सासंद कुशल तिवारी और विधानपरिषद के सभापति गणेश शंकर पांडेय को बीएसपी ने पार्टी से निकाल दिया है. इन तीनों को अनुशासनहीनता के चलते पार्टी से निकाला गया है.
बीएसपी के मुख्य सेक्टर प्रभारी गोरखपुर मंडल सुधीर कुमारी भारती की तरफ से जारी निष्कासन पत्र में तीनों भाइयों पर अनुशासनहीनता का आरोप लगाया गया है.
पूर्व कैबिनेट मंत्री हरिशंकर तिवारी के छोटे बेटे विनय शंकर तिवारी ने 2017 के विधानसभा चुनाव में मोदी-योगी की प्रचंड लहर के बावजूद गोरखपुर की चिल्लूपार सीट पर भाजपा प्रत्याशी राजेश त्रिपाठी को हराकर बीएसपी को जीत दिलाई थी. वह जिले के इकलौते गैर भाजपाई विधायक हैं.
गोरखपुर और महाराजगंज से चार बार विधान परिषद सदस्य रह चुके गणेश शंकर पांडेय 2010 में विधान परिषद के सभापति चुने गए. पिछले दिनों हुए पंचायत चुनाव में उनकी बहू महराजगंज के लक्ष्मीपुर से ब्लाक प्रमुख चुनी गई हैं. एक बार 2007 के उप चुनाव जबकि दूसरी बार 2009 के लोकसभा चुनाव में खलीलाबाद लोकसभा सीट से वह सांसद रहे हैं.