लखनऊ: उत्तर प्रदेश में मिशनरियों के मिशन मुस्लिम में हर काम के लिए धनराशि तय है। पूरे परिवार का धर्मांतरण कराने वाले को 20 हजार तो धर्म बदलने वाले युवक से शादी कराने पर 15 हजार रुपये दिए जा रहे हैं।इस काम में कुछ चर्चित स्कूल और प्रतिष्ठित संस्थान हवाला एजेंट के रूप में कार्य करते हुए मिशनरियों तक मोटी धनराशि पहुंचा रहे हैं, जिसका उपयोग धर्मांतरण में किया जा रहा है। इसके लिए गांव स्तर पर प्रचारक नियुक्त किए गए हैं।
मिशनरियों का मिशन मुस्लिम
प्रचारक का काम आर्थिक परेशानी और बीमारी को दूर करने का लालच देकर लोगों को प्रार्थना सभा में लाना है। मिशनरियों ने हर वर्ग के अनुसार प्रचारक नियुक्त किया है, जिससे उन्हें समझाने और धर्मांतरण के लिए राजी करने में आसानी होती है। यह पूरा अभियान प्रचार, पास्टर और पादरी के मध्यम से चल रहा है।
सुरक्षा एजेंसियों के अनुसार इन्हें कुछ चर्चों से भी पैसे मिलने की जानकारी सामने आई है। आईबी के पूर्व अधिकारी संतोष सिंह बताते हैं कि धर्मातरण के पूरे जाल को समझने के लिए जोशुआ प्रोजेक्ट की वेबसाइट को देखना होगा। अध्ययन के नाम पर धर्मांतरण को बढ़ावा दिया जा रहा है।
श्रावस्ती में सामने आया पंजाब का कनेक्शन
उत्तर प्रदेश में पंजाब मॉडल पर धर्मांतरण की आशंका सच साबित होने लगी है। पुलिस सूत्रों के अनुसार श्रावस्ती के इकौना क्षेत्र में रविवार को धर्मांतरण के प्रयास में जिस हरीश सिंह के शामिल होने की बात सामने आई है, उसने पंजाब में करीब पांच वर्ष पहले ही धर्म बदल लिया है।
वहां से गांव लौटा तो झोपड़ी में ही हर रविवार को प्रार्थना सभा आयोजित से गायब हो गया है। सुरक्षा एजेंसियों ने शिकंजा कसा तो वह घर से गायब हो गया। एसपी घनश्याम चौरसिया के अनुसार मामले की जांच के लिए सीओ के नेतृत्व में विशेष टीम गठित की गई है।
देवीपाटन मंडल में पुलिस ने बढ़ाई सक्रियता
नेपाल सीमा से सटे देवीपाटन मंडल के संवेदनशील श्रावस्ती, बहराइच, बलरामपुर और गोंडा में धर्मांतरण के मामले में पुलिस सक्रिय हुई है। पुलिस महानिरीक्षक अमित पाठक ने बताया कि चारों जिलों के एसपी से कहा गया है कि धर्मांतरण के मामले पर नजर रखें और त्वरित कार्रवाई करें। संदिग्ध लोगों का विवरण तैयार करें। संवेदनशील क्षेत्रों में निगरानी बढ़ाएं।