ज्ञानवापी परिसर में 26 साल पहले हुई कार्यवाही में हिंदू मंदिरों के भग्नावशेष मिलने का सच सामने आया था। आज मंगलवार को इसपर सुनवाई होनी है.
सुप्रीम कोर्ट में जो जज आज ज्ञानवापी मस्जिद के मामले पर सुनवाई करेंगे वे जज अयोध्या के रामजन्मभूमि-बाबरी मस्जिद केस से भी जुड़े रहे थे.न्यायालय में पेश उनकी रिपोर्ट में साफ तौर पर मस्जिद परिसर में प्राचीन मंदिर के भग्नावशेष मिलने का दाव किया गया था। इसके साथ ही परिसर के पूरब तट पर हनुमान प्रतिमा, गंगा व गंगेश्वर मंदिर की भी पुष्टि की गई थी।
इसी रिपोर्ट के आधार पर वर्ष 2019 में न्यायालय ने भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण को रडार तकनीक से सर्वे का आदेश दिया था। हालांकि इस मामले में उच्च न्यायालय ने निचली अदालत के आदेश पर रोक लगा दी है।
जस्टिस डी वाई चंद्रचूड़ पांच जजों की उस बेंच का हिस्सा थे जिन्होंने रामजन्मभूमि-बाबरी मस्जिद विवाद पर सुनवाई की थी. इस मामले में फैसला हिंदू साइड के पक्ष में गया था.