विदेश मंत्री एस जयशंकर ऑस्ट्रेलिया की यात्रा पर हैं। ऑस्ट्रेलिया की राजधानी कैनबरा में जयशंकर ने ऑस्ट्रेलिया के विदेश मंत्री पेनी वॉन्ग के साथ संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस की। यहां उन्होंने रूस से जुड़े एक सवाल पर पश्चिमी देशों को अपने अंदाज में आड़े-हाथों लिया।
भारत और ऑस्ट्रेलिया अंतरराष्ट्रीय जल क्षेत्र में नौवहन की स्वतंत्रता और सभी के लिए कनेक्टिविटी, विकास और सुरक्षा को बढ़ावा देने में विश्वास करते हैं। जब वैश्विक मुद्दों की बात आती है, तो हमने यूक्रेन संघर्ष और उसके नतीजों, QUAD, G-20 मुद्दों, त्रिपक्षीय, संयुक्त राष्ट्र, IAEA, जलवायु वित्त, सतत विकास लक्ष्यों पर चर्चा की।
विदेश मंत्री एस जयशंकर सोमवार को कैनबरा पहुंचे। यहां उनका तिरंगा सम्मान के साथ स्वागत किया गया। इसके तहत ऑस्ट्रेलिया का संसद भवन तिरंगा के रंगों से चमकता हुआ दिखाई दिया।
समय-समय पर हमने इस मुद्दे पर कनाडा सरकार को शामिल किया है, और हमने यह सुनिश्चित करने की आवश्यकता पर ध्यान दिया है। हम चाहते हैं कि ऑस्ट्रेलिया की भारत में मजबूत उपस्थिति हो।उन्होंने रूस से हथियार खरीदने को लेकर कहा कि पश्चिमी देशों ने दशकों तक भारत को हथियार नहीं दिया। इसलिए रूस से हथियार लेना पड़ा।