विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप में नीरज चोपड़ा के सिल्वर जीतते ही नीरज चोपड़ा के पानीपत के घर में जश्न का माहौल है। नीरज ने जैसे ही रजत जीता उनके घर में मिठाई और लड्डू बांटे जाने लगे।उन्होंने चैम्पियनशिप के इतिहास में देश को यह दूसरा मेडल दिलाया है. यह चैम्पियनशिप अमेरिका के यूजीन में हुई.
फाइनल में नीरज के तीन थ्रो फाउल रहे थे. इसमें पहला और आखिरी के दो थ्रो थे. यही वजह रही कि नीरज गोल्ड से चूक गए. मेडल जीतने के बाद नीरज ने आजतक से बात करते हुए खुलासा किया कि चौथे राउंड में उन्हें इंजुरी हो गई थी. वह पट्टी बांधकर मैदान में उतरे थे.
इसी वजह से आखिरी दो थ्रो सही नहीं हुए. नीरज ने सिर्फ तीन थ्रो के बदौलत ही सिल्वर मेडल जीत लिया. फाइनल में नीरज ने अपने तीन सफल थ्रो में 82.39 मीटर, 86.37 और 88.13 मीटर दूर भाला फेंका.
नीरज के पिता सतीश कुमार ने अपने बेटे की इस उपलब्धि पर जश्न मनाते हुए कहा कि अभी उसे देश के लिए गोल्ड भी लाना है। नीरज ने 2003 में अंजू बॉबी जॉर्ज के बाद विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप में भारत को पदक दिलाने वाले दूसरे खिलाड़ी बने हैं।