कांग्रेस नेता जगदीश टाइटलर मंगलवार को सीबीआई के सामने पेश हुए। टाइटलर पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की मौत के बाद हुए सिख दंगों से जुड़े मामले में अपनी आवाज का नमूना देंगे। सेंट्रल फॉरेंसिक साइंस लेबोरेटरी में आगे की कार्रवाई चल रही है।
सेंट्रल फॉरेंसिक साइंस लेबोरेटरी में आगे की कार्रवाई चल रही है।सीबीआई के अधिकारी का कहना है कि 1984 में हुए सिख दंगे के मामले में कुछ सबूत आएं हैं। 39 साल पुराने मामले में टाइटलर की आवाज का नमूना लिया गया है।
सीबीआई को अपनी आवाज का नमूना देकर दफ्तर से बाहर निकले कांग्रेस नेता टाइटलर ने कहा कि मैंने क्या किया। अगर मेरे खिलाफ सबूत हैं, तो मैं खुद को फांसी देने के लिए तैयार हूं।मेरी आवाज का नमूना 1984 के सिख दंगों के लिए नहीं बल्कि किसी दूसरे मामले में लिया गया है।
साल 1984 में इंदिरा गांधी के दो अंगरक्षकों ने ही उनकी हत्या की थी। जो धीरे-धीरे दंगों में बदल गए। सरकारी आंकड़ों के अनुसार, इस दौरान देश भर में 3,350 सिख मारे गए थे, जिसमें से 2,800 सिखों की हत्या सिर्फ दिल्ली में ही हुई थी। हालांकि, कुछ अन्य सूत्रों के अनुसार देश भर में लगभग 8,000-17,000 सिख मारे गए थे।