Saturday, December 7, 2024 at 10:00 AM

ट्रंप या हैरिस? पसंद को लेकर एकमत नहीं भारतीय-अमेरिकी, जानें क्या हैं वजहें

अमेरिका में इस बार के राष्ट्रपति चुनाव को सबसे कड़ा मुकाबला माना जा रहा है। कमला हैरिस और डोनाल्ड ट्रंप को लेकर वोटर काफी बंटे हुए हैं। हर वर्ग से डेमोक्रेट पार्टी और रिपब्लिकन पार्टी को मिलने वाले समर्थन को लेकर सर्वे में अलग-अलग दावे हुए हैं। इस बीच दोनों प्रत्याशियों को लेकर अमेरिका में रहने वाले भारतवंशियों की राय भी काफी बंटी हुई है। जहां लोग डोनाल्ड ट्रंप की आर्थिक नीतियों का समर्थन कर रहे हैं, वहीं उनकी आव्रजन नीतियों को लेकर संशय की स्थिति में हैं। दूसरी तरफ कमला हैरिस की नेतृत्व क्षमता से भारतीय-अमेरिकी काफी प्रभावित हैं, हालांकि कुछ अन्य मुद्दों में डेमोक्रेट उम्मीदवार के मुखर न होने को लेकर लोगों ने सवाल उठाए हैं।

क्या बोल रहे हैं भारतीय-अमेरिकी?
न्यूयॉर्क में रहने वाले अजय पटेल के मुताबिक, वह इस चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप का समर्थन कर रहे हैं। वे ट्रंप की आर्थिक स्वतंत्रता की नीति और जबरदस्त मेहनत को पसंद कर रहे हैं। उन्होंने कहा, “अगर मैं पैसे कमा रहा हूं तो कमाई को अपने पास ही रखना चाहूंगा। मैं नहीं चाहूंगा कि उन लोगों का भी ख्याल रखा जाए, जो अवैध तरीके से देश में घुसे हैं।”

उन्होंने कहा, “हम कभी भी अमेरिका की सड़कों पर भूखे नहीं देखना चाहते, वह भी तब जब हम बाकी दुनिया को अमेरिका की परवाह नहीं करते देखते। इसीलिए ट्रंप के समूह ने भारतीयों जैसी ही राय ली है। इस बार मुझे लगता है कि ज्यादा भारतीय डोनाल्ड ट्रंप के विचारों से सहमत हैं और इसीलिए हम उनका समर्थन करते हैं।

दूसरी तरफ कुमार नाम के भारतीय-अमेरिकी शख्स ने कमला हैरिस को लेकर मिश्रित भावनाएं जाहिर कीं। उन्होंने कहा कि हैरिस ने जबरदस्त काम किया है और वह लोगों को भी लुभा रही हैं। लेकिन वह खुद को अमेरिका के सामने पूरी तरह से पेश करने में सफल नहीं हुई हैं।

कमला हैरिस के राष्ट्रपति अभियान राष्ट्रीय आर्थिक समिति से जुड़े अजय भुटोरिया ने हैरिस के राष्ट्रपति बनने पर भरोसा जताया और लोगों से अपील की कि वह ट्रंप के झूठे बयानों से भटकाव में न आएं। भुटोरिया ने कहा कि मंगलवार एक ऐतिहासिक दिन होगा, जब अमेरिका पहली भारतीय-अमेरिकी, पहली अश्वेत महिला, पहली महिला कमांडर-इन-चीफ को चुनेगा।

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