कानपुर: हिमालयी क्षेत्र में हो रही बर्फबारी और बारिश का असर उत्तर-पश्चिमी हवाएं लेकर आएंगी। इससे रात का पारा और गिरेगा और ठंड बढ़ेगी। इसके साथ ही दिन के तापमान में भी कमी आएगी। मौसम विज्ञानियों का कहना है कि एक तरफ तो उत्तर-पश्चिमी हवाएं ठंडक लेकर आ रही हैं और दूसरी ओर बंगाल की खाड़ी से चले फेंगल चक्रवात के कारण माहौल में नमी आ रही है। इससे बादल आएंगे जिससे दिन की धूप मद्धम होगी और अधिकतम तापमान नीचे आएगा। शनिवार को वर्ष 2020 के बाद 29-30 नवंबर की रात सबसे सर्द रही है।
सीएसए के मौसम विभाग का अनुमान है कि बादल आने और ठंड बढ़ने से धुंध और कोहरा में इजाफा हो सकता है। विभाग के मौसम तकनीकी अधिकारी अजय मिश्रा ने बताया कि शनिवार सुबह दृश्यता सामान्य दो किमी की तुलना में छह सौ मीटर रही है। पांच दिनों तक हल्की धुंध और कोहरा के आसार हैं। अधिकतम और न्यूनतम दोनों तापमान सामान्य औसत से कम हो गए हैं। अधिकतम तापमान सामान्य औसत से 0.4 और न्यूनतम 1.9 डिग्री सेल्सियस कम रहा है। इसके और कम होने के आसार हैं। इससे ठंडक और बढ़ेगी।
ठंडक बढ़ेगी
वरिष्ठ मौसम विज्ञानी डॉ. एसएन सुनील पांडेय ने बताया कि एक और पश्चिमी विक्षोभ आ गया है। यह अभी जम्मू-कश्मीर के पास है। इसके आने से ऊंची पहाड़ियों पर बर्फबार और बारिश तेज होगी। इसकी वजह से ठंडी हवाएं मैदानी इलाकों के माहौल को और सर्द करेंगी। इसके साथ ही बंगाल की खाड़ी से नमी आ रही है। फेंगल चक्रवात का भी हल्का असर कानपुर परिक्षेत्र पर आएगा। इससे बादल आएंगे। इससे धूप में कमी होगी। इससे रात और दिन दोनों के तापमान कम होते जाएंगे और ठंडक बढ़ेगी। इस वक्त वाराणसी और आसपास के स्थानों पर बादल आने लगे हैं। किसानों को सलाह है कि अपने खेतों में सिंचाई कर नमी बनाए रखें