मथुरा स्थित श्रीकृष्ण जन्मभूमि का वैज्ञानिक सर्वे कराने के मामले में हाईकोर्ट में दाखिल अर्जी पर इलाहाबाद हाईकोर्ट में सोमवार को सुनवाई हुई। मथुरा कोर्ट में जल्द सुनवाई को लेकर भी हाईकोर्ट में अर्जी दाखिल की गई है। इस याचिका में मांग की गई है कि मस्जिद में पाए गए ‘शिवलिंग’ की एएसआई से कार्बन डेटिंग कराई जानी चाहिए।
इस मामले की सुनवाई करते हुए पहले सुप्रीम कोर्ट ने आदेश दिया था कि ज्ञानवापी में जहां से ‘शिवलिंग’ पाया गया है, उसकी सुरक्षा की जाए। शीर्ष अदालत ने मुस्लिम पक्ष को आदेश दिया था कि वह अगले आदेश तक किसी और स्थान पर वजू करे।
सिविल जज सीनियर डिवीजन की अदालत में सोमवार को ही नारायणी सेना के अध्यक्ष मनीष यादव द्वारा दाखिल वाद में कोर्ट कमीशन के मुद्दे पर बहस होगी।याचिका दायर करने वाली महिलाओं में से एक एडवोकेट है, एक प्रोफेसर है 5 सामाजिक कार्यकर्ता शामिल हैं। उन्होंने अपनी अर्जी में कहा कि ज्ञानवापी में मिले ‘शिवलिंग’ की ऐतिहासिकता का पता सिर्फ जीपीआर सर्वे और कार्बन डेटिंग से ही लगाया जा सकता है।
मथुरा के सिविल जज सीनियर डिवीजन की अदालत में सोमवार को श्रीकृष्ण जन्मस्थान और शाही ईदगाह मस्जिद मामले में एडवोकेट महेंद्र प्रताप सिंह, एडवोकेट राजेंद्र माहेश्वरी और नारायणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष मनीष यादव के केसों पर सुनवाई होगी।