Saturday, October 19, 2024 at 3:53 AM

चक्रवात ‘आसनी’ के खतरे के मंडराने के कारण प्रशासन ने की मछुआरों को 22 मार्च तक समुद्र में न जाने की अपील

चक्रवाती तूफान ‘आसनी’ के अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के तट तक पहुंचने के अनुमान के साथ, प्रशासन द्वीपसमूह में स्थिति से निपटने के लिए आवश्यक व्यवस्था कर रहा है।

बंगाल की खाड़ी के दक्षिण-पूर्वी और उससे सटे अंडमान व निकोबार द्वीप समूह के दक्षिण इलाकों में मौजूद भारतीय तटरक्षक बल (आईसीजी) ने सभी नाविकों और मछुआरों को समुद्र में नहीं जाने की चेतावनी दी है।

अंडमान और निकोबार प्रशासन ने शनिवार सुबह ट्वीट किया था, “चक्रवात ‘आसनी’ की अवधि के दौरान मछुआरों को समुद्र में न जाने की सलाह दी जाती है।” भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के पूर्वानुमान में कहा गया है कि बंगाल की दक्षिण पूर्व खाड़ी और उससे सटे दक्षिण अंडमान सागर पर निम्न दबाव वाले क्षेत्र के 21 मार्च के आसपास एक चक्रवाती तूफान में बदलने की आशंका है।

नारायण ने निर्देश दिया कि खराब मौसम को देखते हुए नौ-परिवहन सेवाओं को तुरंत स्थगित कर दिया जाए और मछली पकड़ने वाली किसी भी नाव को समुद्र में जाने की अनुमति नहीं दी जाए।

उन्होंने आपदा प्रबंधन विभाग से लोगों के बीच इस संबंध में जागरूकता फैलाने को कहा। मौसम विभाग ने 20 मार्च को अधिकतर स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश और गरज के साथ बौछारें पड़ने की चेतावनी दी है।

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