महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव को लेकर तमाम मुद्दे राजनीतिक दलों की तरफ से उठाएं जा रहे हैं। वहीं इस कड़ी में एआईएमआईएम के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने शनिवार को भाजपा नेताओं की ‘वोट जिहाद’ टिप्पणी पर निशाना साधा और पूछा कि क्या वे प्रधानमंत्री के अरब देशों के दौरे के समय भी यही भाषा बोलते हैं।
भाजपा पर मुख्य मुद्दों से ध्यान हटाने का लगाया आरोप
हैदराबाद के सांसद ने सत्तारूढ़ पार्टी पर महाराष्ट्र में किसानों की आत्महत्या जैसे मुख्य मुद्दों से ध्यान हटाने का आरोप लगाया। उन्होंने छत्रपति संभाजीनगर में औरंगाबाद सेंट्रल निर्वाचन क्षेत्र में घर-घर जाकर मतदाताओं से बातचीत की। बता दें कि एआईएमआईएम ने इस निर्वाचन क्षेत्र से नसीर सिद्दीकी को उम्मीदवार बनाया है, जहां उनका मुकाबला शिवसेना के मौजूदा विधायक प्रदीप जायसवाल और शिवसेना (यूबीटी) के बालासाहेब थोराट से है।
‘औरंगाबाद संभाग में 300 से ज्यादा किसानों ने की आत्महत्या’
एआईएमआईएम प्रमुख ने पूछा, महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस राज्य में ‘वोट जिहाद’ की बात कर रहे हैं। लेकिन क्या वे प्रधानमंत्री (नरेंद्र मोदी) के अरब देशों के दौरे के समय भी यही भाषा बोलते हैं। उन्होंने कहा कि औरंगाबाद (छत्रपति संभाजीनगर) संभाग में 324 किसानों ने आत्महत्या की है, लेकिन कोई इस बारे में बात नहीं कर रहा है। उन्होंने कहा, इसके बजाय, फडणवीस को ‘वोट जिहाद’ याद आ रहा है। वे केवल एक समुदाय को निशाना बना रहे हैं। उन्हें जवाब देना चाहिए कि वे मराठा समुदाय के लिए आरक्षण सुनिश्चित करने में विफल क्यों रहे।
मराठा, मुस्लिम और दलितों से एकजुट रहने की अपील
इस दौरान असदुद्दीन ओवैसी ने मराठा, मुस्लिम और दलितों से एकजुट रहने की भी अपील की। उन्होंने कहा, महाराष्ट्र के राजनीतिक परिदृश्य को देखते हुए, यह समय की मांग है कि मराठा, मुस्लिम और दलित एकजुट रहें और सद्भाव से रहें। औरंगाबाद सेंट्रल निर्वाचन क्षेत्र राज्य के मराठवाड़ा क्षेत्र का एक हिस्सा है, जहां मराठा कार्यकर्ता मनोज जरांगे शिक्षा और सरकारी नौकरियों में मराठों के लिए आरक्षण की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे हैं। महाराष्ट्र में कुछ गैर सरकारी संगठनों की तरफ से ‘वोट जिहाद’ का प्रचार करने के आरोपों के बारे में पूछे जाने पर, ओवैसी ने कहा कि कोई भी कानून का पालन करके चुनाव प्रचार कर सकता है। उन्होंने पूछा, इसमें ‘जिहाद’ कहां से आ गया?।