Saturday, November 9, 2024 at 10:31 PM

केजरीवाल को राम कहने पर भड़की भाजपा, सीएम को बताया ‘असली रावण’

दिल्ली :  अरविंद केजरीवाल ने अपने इस्तीफे का पांसा फेंक दिल्ली की राजनीति को गर्म कर दिया है। शराब घोटाले पर केजरीवाल सरकार को कटघरे में खड़ी करने वाली भाजपा इस पूरे घटनाक्रम को किस तरह देख रही है और आने वाले समय में वह आम आदमी पार्टी को किस तरह काउंटर करेगी, यह जानने के लिए हमारे संवाददाता ने दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा से बात की। प्रस्तुत है वार्ता के प्रमुख अंश-

प्रश्न- वीरेंद्र सचदेवा जी, अरविंद केजरीवाल ने अपने पद से दो दिन बाद इस्तीफा देने की घोषणा कर दी है। आप लंबे समय से अरविंद केजरीवाल के इस्तीफे की मांग कर रहे थे। ऐसे में क्या आप इसे अपनी जीत के तौर पर देख रहे हैं? आपको क्या लगता है, केजरीवाल ने इस्तीफे का एलान क्यों किया?

उत्तर- अरविंद केजरीवाल ने अभी अपने इस्तीफे का ऐलान किया है, अभी तक इस्तीफा दिया नहीं है। यदि उन्हें इस्तीफा देना था तो इसके लिए उन्हें दो दिन क्यों चाहिए? वे क्या सेटल करने के लिए दो दिन का समय ले रहे हैं? उच्चतम न्यायालय ने उन्हें मुख्यमंत्री कार्यालय, सचिवालय जाने की अनुमति नहीं दी है। उन्हें किसी फाइल पर हस्ताक्षर करने की अनुमति नहीं दी है। यानी उन्हें एक मुख्यमंत्री के तौर पर काम करने की अनुमति नहीं है। क्या यह उनके लिए शर्मनाक नहीं है, क्या यह काफी नहीं कि अदालत प्राथमिक तौर पर उन्हें इस घोटाले का दोषी मानती है। उन्हें भी पता चल गया है कि अब वे दिल्ली के मुख्यमंत्री के तौर पर काम नहीं कर सकते, इसलिए उन्हें इस्तीफा देने के लिए मजबूर होना पड़ा है।

प्रश्न- कुछ लोगों का मानना है कि अरविंद केजरीवाल इस्तीफा देकर लोगों की सहानुभूति पाना चाहते हैं। आप क्या कहते हैं?
उत्तर- हमारे यहां एक कहावत है कि काठ की हांडी बार-बार नहीं चढ़ती। पहली बार उन्हें फायदा मिल गया था, लेकिन अब उनका दस साल का कामकाज जनता के सामने है। अब उनका मूल्यांकन शराब घोटाले, शिक्षा घोटाले, स्वास्थ्य-मोहल्ला क्लीनिक घोटाले के आधार पर होगा। जनता तो लोकसभा चुनाव में ही बता चुकी है कि उसका मत क्या है। केजरीवाल ने लोकसभा चुनाव के दौरान प्रचार करते समय भी बहुत भावनात्मक प्रचार करने की कोशिश की थी, उन्होंने जनता से कहा था कि यदि आप हमें वोट देंगे तो हमें जेल नहीं जाना पडे़गा। लेकिन हुआ क्या? कांग्रेस के साथ मिलकर चुनाव लड़ने के बाद भी आम आदमी पार्टी अपना खाता तक नहीं खोल सकी। जनता अपना वही फैसला विधानसभा चुनाव में भी सुनाएगी।

प्रश्न- लेकिन आम आदमी पार्टी उन्हें ‘राम’ की तरह प्रोजेक्ट कर रही है। उनके नेता कह रहे हैं कि वे राम की तरह ‘त्याग’ कर रहे हैं
उत्तर- आम आदमी पार्टी नेता केजरीवाल को कभी शहीद भगत सिंह बताकर भगत सिंह का अपमान करते हैं, कभी राम बताकर वे सनातन के प्रमुख देवता का अपमान करते हैं। ये हमारे देश, हमारी संस्कृति के पूज्य लोग हैं, अरविंद केजरीवाल को अपनी राजनीति के लिए ऐसे लोगों को अपमानित नहीं करना चाहिए। अरविंद केजरीवाल राम नहीं, असली रावण हैं। भला कौन सा देश का नायक गली-गली में शराब की दुकानें खोलकर अपने ही लोगों को शराब के नशे में डुबाने का काम करता है। भला कौन सा नेता शिक्षा-स्वास्थ्य से लेकर शराब तक हर विभाग में घोटाले करता है। केजरीवाल ने एक बोतल के साथ दूसरी बोतल फ्री में बांटने का काम कर दिल्ली को अपमानित करने का काम किया है। ऐसे व्यक्ति की तुलना राम से करने पर हमारी जनता उन्हें कभी माफ नहीं करेगी।

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