Friday, October 18, 2024 at 10:38 AM

चुनाव लड़ने का खुलकर नहीं किया एलान, इशारों में अखिलेश बोले- कन्नौज मेरा घर… इसे नहीं छोड़ सकता

चटक गर्मी के बीच उमड़े कार्यकर्ताओं के उत्साह से सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव गदगद दिखे। कन्नौज से दो दशक से भी ज्यादा पुराने रिश्तों का हवाला देकर हमेशा यहां से जुड़े रहने की बात कही तो तालियां की गड़गड़ाहट गूंज उठी। कार्यकर्ताओं को लगा कि अब वह लोकसभा चुनाव के लिए उम्मीदवारी का ऐलान करेंगे, पर ऐसा नहीं हुआ। टिकट के मुद्दे पर उन्होंने खुलकर ऐलान तो नहीं किया, लेकिन इशारों ही इशारों में यहां से लड़ने का इशारा जरूर दे गए। ऐलान न होने से मायूस कार्यकर्ताओं को इशारों में मिली मंजूरी से उत्साह जरूर बढ़ गया।

उन्होंने कहा कि यहीं से डॉ. राम मनोहर लोहिया जीते, नेता जी मुलायम सिंह जीते, खुद मैं जीता और डिंपल यादव भी जीतीं। समाजवादियों का यहां से दशकों पुराना रिश्ता है। नेताजी ने ढाई दशक पहले जो सिलसिला शुरू किया तो वह कायम रहेगा। कहा कि उन्होंने इस क्षेत्र की सेवा की है। पहले चुनाव में जिन लोगों ने मदद की थी, वह आज के कार्यक्रम में मौजूद हैं।

उनकी फिर से मदद चाहिए। खुद के सांसद और मुख्यमंत्री रहते हुए कन्नौज में कराए गए विकास कार्यों का सिलसिलेवार ब्योरा रखा। अपने रिश्तों की दुहाई देते रहे, रह-रहकर सरकार को घेरते रहे। पंडाल में मौजूद लोग हाथ उठाकर उनसे उम्मीदवारी के ऐलान की मांग करते रहे। अखिलेश भी सभी की मंशा भांपकर मुस्कुराते हुए अपनी बात करते रहे। अपने डेढ़ घंटे के संबोधन के दौरान आखिर में उन्होंने यह कहा कि किसी के बहकावे में न आएं। सपा प्रमुख पहली बार सार्वजनिक मंच से सांसद सुब्रत पाठक पर हमलावर दिखे। हालांकि उन्होंने नाम तो नहीं लिया, लेकिन चुन-चुन कर कई मामलों को उठाकर उन्हें घेरा।

Check Also

बाबा गोरखनाथ ने बताया किसलिए याचिका ली वापस, भाजपा से टिकट मांगने के सवाल का दिया जवाब

लखनऊ: उपचुनाव का कार्यक्रम जारी होने के साथ ही प्रदेश में सियासी हलचल तेज है। पर, …