अभिनेत्री सोनाक्षी सिन्हा भले ही इस बात की कुबत न रखती हो कि अकेले अपने दम पर फिल्म हिट करा सके। फिल्मों में इतने समय से काम कर चुकी सोनाक्षी सिन्हा को इस बात की इतनी समझ तो आ चुकी है कि, किस निर्देशक के साथ फिल्में करनी हैं .
किसके साथ नहीं करनी है। अपनी इसी समझ और सोच के चलते कभी- कभी उन्हें ऐसी फिल्मों से भी हाथ धोना पड़ता है,जिसकी कहानी उन्हें मन मुताबिक तो मिल गई,लेकिन निर्देशक मन मुताबकि नहीं मिला।
अभिनेत्री सोनाक्षी सिन्हा ने करियर पर नजर डाले तो ‘अकीरा’ और नूर जैसी ही कुछ फिल्में थी, जिसमे सोनाक्षी सिन्हा खुद को साबित कर सकती थी कि बिना स्टारस्पोर्ट के वह दर्शकों को अकेला सिनेमा हाल तक खीच सकती हैं।
इन फिल्मों का बॉक्स ऑफिस पर ऐसा हश्र हुआ कि निर्माताओं को लगने लगा कि सिर्फ सोनाक्षी सिन्हा को लेकर फिल्म बनाने में कोई समझदारी नहीं है। इसलिए सोनाक्षी सिन्हा के नाम पर दांव खेलने से निर्माता- निर्देशक बचने लगे।