एक तरफ पूरी दुनिया में 14 फरवरी को प्यार और मोहब्बत के पर्व के तौर पर मनाया जा रहा है। पाकिस्तान में इसका जमकर विरोध हो रहा है। जमात-ए-इस्लामी की स्टूडेंट्स विंग ऑफ जमीयत तलाबा ने इसके खिलाफ मार्च निकाला।
इस दौरान बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं सड़कों पर नजर आए। हाथों में बैनर और पोस्टर लिए इस हुजूम ने जमकर नारेबाजी की। वहीं कई अन्य धार्मिक संगठनों ने इस दिन ‘विचेज डे’ का नाम देकर इसका विरोध किया।
वैलेंटाइंस के मौके पर पाकिस्तान में अलग ही रंग नजर आ रहा है। विरोध में इन संगठनों ने रैलियों, जुलूस और मार्च का आयोजन किया। ऐसी ही एक संस्था- जमात-ए-इस्लामी की स्टूडेंट्स विंग ऑफ जमीयत तलाबा ने इसके खिलाफ विरोध प्रदर्शन करते हुए सड़कों पर मार्च निकाला।
रावलपिंडी डिस्ट्रिक्ट पीस कमेटी ने भी लोगों को वैलेंटाइंस डे मनाने से दूर रहने को कहा। इस संस्था ने तो इस मौके पर मोबाइल सेवाओं को भी प्रतिबंधित किए जाने की मांग उठाई थी। संस्था के चेयरमैन अल्लामा इजहार शाह बुखारी और सदस्यों, अल्लामा जाहिद काजमी व पीर अतीकुर रहमान ने कहा कि युवा पीढ़ी को वैलेंटाइंस डे से दूरी बनाकर रहनी चाहिए।