केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज बजट 2023 पेश किया है, वहीं हेल्थ बजट में कई बड़ी घोषणाएं की हैं. इन्हीं में से एक ऐलान सिकल सेल एनीमिया बीमारी को लेकर भी किया गया है.
फेलिक्स अस्पताल के चेयरमैन डॉ. डीके गुप्ता कहते हैं कि बजट में बताया गया है कि इसी बीमारी से जूझ रहे आदिवासी क्षेत्रों में 40 साल तक के 7 करोड़ लोगों की स्क्रीनिंग की जाएगी. सरकार इस बीमारी को पूरी तरह खत्म करने को लेकर अलर्ट मोड में है.
सिकल सेल एनीमिया खून की कमी से जुड़ी एक बीमारी है. इस आनुवांशिक डिसऑर्डर में ब्लड सेल्स या तो टूट जाती हैं या उनका साइज और शेप बदलने लगती है जो खून की नसों में ब्लॉकेज कर देती हैं. सिकल सेल एनीमिया में रेड ब्लड सेल्स मर भी जाती हैं . इनमें किडनी, स्पिलीन यानि तिल्ली और लिवर शामिल हैं.
किसी को सिकल सेल एनीमिया हो जाता है तो उसमें कई लक्षण दिखाई देते हैं. जैसे मरीज को हर समय हड्डियों और मसल्स में दर्द रहता है. तिल्ली का आकार बढ़ जाता है. शरीर के अंगों खासतौर पर हाथ और पैरों में दर्द भरी सूजन आ जाती है.