उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की भर्ती परीक्षा के पेपर लीक मामले में एसटीएफ पश्चिमी यूपी के तीन नकल माफिया की गिरफ्तारी की तैयारी में है। पुलिस अगर अपनी रिपोर्ट में बड़े पैमाने पर पेपर लीक होने की जानकारी आयोग को उपलब्ध कराएगी तो आयोग इस परीक्षा का रद कर सकता है।
ये पिछले दिनों पकड़े गए हाकम सिंह के साथ भर्ती घपले में शामिल रहे। आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए एसटीएफ इनके ठिकानों की टोह ले रही है। उधर, उत्तरकाशी से भी जल्द ही कई और गिरफ्तारियां हो सकती हैं।
जिन 916 युवाओं का चयन हो चुका है, उनसे नौकरी बस एक कदम दूर है, लेकिन पेपर लीक की वजह से पूरी प्रक्रिया रोक दी गई। आयोग के पूर्व सचिव संतोष बडोनी ने बताया कि उनके कार्यकाल में परीक्षा रद करने का निर्णय नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि यह एसटीएफ की रिपोर्ट पर निर्भर करेगा।
अभी परीक्षा नियंत्रक शालिनी नेगी ने ज्वाइन नहीं किया है। सभी व्यवस्थाएं समझने के बाद ही परीक्षा पर कोई निर्णय लिया जाएगा। सूत्रों की मानें तो 2020 में भी एक भर्ती परीक्षा में नकल के लिए धामपुर को ही चुना गया था। बताया जा रहा है इस गैंग ने सबसे ज्यादा युवाओं से डील की। गैंग से जुड़े लोगों की संपत्ति बीते कुछ समय में तेजी से बढ़ी।