पिछले दो वर्षों से प्रथम श्रेणी क्रिकेट नहीं खेल पाने वाले घरेलू क्रिकेटर देश के मुख्य घरेलू टूर्नामेंट रणजी ट्राफी के 2022 में दो चरण में आयोजित किये जाने की खबर सुनकर काफी उत्साहित हैं और वे इस खुशी को छुपा नहीं पा रहे हैं।
बीसीसीआई सचिव जय शाह ने शुक्रवार को घोषणा की कि रणजी ट्राफी के नॉकआउट मुकाबले इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के बाद जून में कराये जा सकते हैं जबकि लीग चरण फरवरी के दूसरे हफ्ते से शुरू हो सकता है।
दो चरण में टूर्नामेंट आयोजित करना चुनौतीपूर्ण है लेकिन वित्तीय अस्थिरता का सामना कर रहे और भारतीय क्रिकेट की ओर ले जाती सीढ़ी पर ऊपर चढ़ने के लिए मंच नहीं मिलने से परेशान क्रिकेटरों के लिए लाल गेंद का क्रिकेट काफी मायने रखता है।
इस समय खेलना ही सबकुछ है और बाकी हो जाएगा। सौराष्ट्र की टीम गत चैम्पियन है और देश में प्रथम श्रेणी का अंतिम मुकाबला मार्च 2020 में खेला गया था।
उन्होंने कहा कि हम बीसीसीआई के बहुत शुक्रगुजार हैं जिसने इस मुश्किल दौर में भी लाल गेंद का क्रिकेट आयोजित करने का फैसला किया। जब आप खेलोगे तभी आप पायदान में ऊपर चढ़ने के बारे में सोच सकते हो।