इस साल विजय हजारे ट्रॉफी में हिमाचल प्रदेश ने इतिहास रच दिया। टीम पहली बार कोई घरेलू क्रिकेट का खिताब जीती। फाइनल में टीम ने पांच बार की चैंपियन तमिलनाडु को हराया।
1. हिमाचल प्रदेश का यह घरेलू क्रिकेट में पहला खिताब है। 36 साल के भारतीय घरेलू क्रिकेट के इतिहास में हिमाचल प्रदेश पहली बार कोई फाइनल खेल रही थी। इसमें रणजी ट्रॉफी, सैयद मुश्ताक अली टी-20 टूर्नामेंट और विजय हजारे शामिल है।
2. हिमाचल प्रदेश के कप्तान ऋषि धवन ने इस साल एक अनोखा और खास रिकॉर्ड अपने नाम किया। धवन एक फास्ट बॉलिंग ऑलराउंडर हैं। इन दोनों मामलों में वह अव्वल रहे।
3. फाइनल में 136 नाबाद रन की पारी खेलने वाले हिमाचल के शुभम अरोड़ा ने भी एक रिकॉर्ड बनाया। उनकी 136 रन की पारी विजय हजारे के फाइनल में दूसरी सबसे बड़ी पारी है। इससे पहले पिछले सीजन में माधव कौशिक ने मुंबईके खिलाफ 158 नाबाद रन की पारी खेली थी।
4. तमिलनाडु के दिग्गज बल्लेबाज दिनेश कार्तिक ने भी एक रिकॉर्ड अपने नाम किया। वह विजय हजारे टूर्नामेंट के दो फाइनल में सेंचुरी लगाने वाले दूसरे खिलाड़ी हैं। उथप्पा के नाम 3193 रन हैं।