धरती को एस्टेरॉयड के हमलों से बचाने के लिए नासा ने डार्ट मिशन को लॉन्च कर दिया है। इस मिशन का उद्देश्य अंतरिक्ष में चक्कर लगा रहे एस्टेरॉयड की दिशा पता करना है।
इस स्पेसक्राफ्ट को फॉल्कन रॉकेट के माध्यम से अंतरिक्ष में भेजा गया है जहां वह एस्टेरॉयड से टकराएगा। इसके बाद देखना यह होगा कि एस्टेरॉयड की दिशा में बदलाव हुआ या नहीं।
नासा के मुताबिक इस मिशन का नाम है डबल एस्टेरॉयड रीडायरेक्शन टेस्ट और इसे काइनेटिक इम्पैक्टर टेक्नीक भी कहा जा रहा है। यह तकनीक इसलिए विकसित की गई है .
धरती की तरफ आ रहे एस्टेरॉयड से स्पेसक्राफ्ट को टकराकर उसकी दिशा में परिवर्तन किया जा सके। इतना ही इस मिशन से वैज्ञानिकों को एस्टेरॉयड के बारे में और भी कई जानकारियां प्राप्त होंगी