मनीषा कोइराला हीरामंडी के जरिए फिर से अभिनय की दुनिया में लौट आई हैं। 2012 में कैंसर का पता चलने के बाद उन्होंने अभिनय से लंबा ब्रेक ले लिया था। अभिनेत्री संजय लीला भंसाली की पहली वेब सीरीज हीरामंडी: द डायमंड बाजार के साथ सुर्खियों में लौट आई हैं।
मनीषा हमेशा ही बॉलीवुड की सबसे ज्यादा पसंद की जाने वाली अभिनेत्रियों में से एक रही हैं, लेकिन अपनी सेहत की वजह से उन्होंने इंडस्ट्री से दूरी बना ली थी। एक समय ऐसा भी था, जब उन्होंने गंभीरता से बॉलीवुड छोड़ने पर विचार किया था, क्योंकि वह अभिनय से ऊब चुकी थीं। लेकिन डिंपल कपाड़िया की एक सलाह ने उन्हें अभिनय में बनाए रखा? हालांकि, मनीषा को उस समय उनकी यह सलाह पसंद नहीं आई थी।
मनीषा कोइराला ने हाल ही में एक इंटरव्यू के दौरान उस समय को याद किया जब वह अभिनय से थक गई थीं और उन्होंने डिंपल कपाड़िया से सलाह मांगी थी। उन्होंने डिंपल से कहा था कि वह “अभिनय से ऊब गई हैं”। उन्होंने कहा, “मुझे डिंपल जी के साथ यह बातचीत याद है। हम एक फिल्म की शूटिंग कर रहे थे। मैंने उनसे कहा, ‘मैं अभिनय से ऊब गई हूं’।
फिर डिंपल ने उन्हें समझाया और कहा, ‘तुम्हें अभिनय का आनंद लेना चाहिए क्योंकि यह हमेशा के लिए नहीं चलने वाला है। और उन्होंने मुझे बहुत अच्छी सलाह दी। लेकिन, उस समय, मैं सोच रही थी, ‘ये क्या कह रही है? क्या वह नहीं समझ सकती कि मैं ऊब गई हूं?’ उस समय मेर मन कुछ और कहता था।”
मनीषा कोइराला ने बताया कि वह लगातार काम से थक गई थीं, जिसकी वजह से उन्होंने डिंपल कपाड़िया से सलाह मांगी। उन्होंने याद करते हुए कहा, “मेरे पास बहुत सारा काम था। मैं बहुत सारी फिल्में कर रही थी… हर सुबह मैं उठती और मेकअप के लिए दो-तीन घंटे बैठती, तीन अलग-अलग फिल्मों के लिए तीन अलग-अलग शिफ्ट में काम करती। हम दिन में कम से कम 15 घंटे काम करते थे। रविवार को कोई छुट्टी नहीं थी। उस समय छह दिन काम करने का चलन था। आपसे साल में 360 दिन काम करने की उम्मीद की जाती थी। सालों तक कोई छुट्टी या ब्रेक नहीं और मुझे लगता है कि इसने मुझे मजबूर किया और मैं इससे ऊब गई थी।”