पेपर लीक में फंसी आरएमएस टेक्नो सॉल्यूशन कंपनी तीन साल से अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की परीक्षाएं आयोजित करवा रही थी. भर्ती घपले में पकड़े गए नकल माफियाओं का पैसा यूपी और उत्तराखंड में प्रॉपर्टी और व्यापार में लग रहा था।
एसटीएफ के एसएसपी अजय सिंह के अनुसार, 30 लोगों की गिरफ्तारी और कई आरोपियों से पूछताछ के बाद यह तथ्य सामने आया। पेपर बेचकर जो लाखों-करोड़ों की संपत्तियां आरोपियों ने कमाई.
आयोग के अध्यक्ष एस राजू के इस्तीफे और सचिव संतोष बडोनी के तबादले के बाद अब यहां नए अधिकारी जिम्मेदारी संभाल रहे हैं। सचिव पद पर एसएस रावत और परीक्षा नियंत्रक शालिनी नेगी यह लापरवाही देखकर हैरान हैं।
उसे प्रॉपर्टी और कई तरह के कारोबार में लगाया गया। अब यह जांच की जा रही है कि यह पैसा किस व्यापार और किस प्रॉपर्टी में लगाया गया। जो भी लोग इनके साझेदार होंगे, उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।
अध्यक्ष देवेंद्र रावत ने कहा कि उत्तराखंड के मेहनत वाले युवाओं का चयन नहीं हो रहा है।आयोग के सचिव एसएस रावत ने बताया कि एसटीएफ की रिपोर्ट के आधार पर कंपनी को नोटिस दिया जा रहा है।