घरेलू बाजार मंगलवार को लाल निशान पर बंद हुआ। इक्विटी बेंचमार्क सूचकांक सेंसेक्स और निफ्टी में करीब 1 फीसदी की गिरावट आई। हफ्ते के दूसरे कारोबारी दिन बीएसई सेंसेक्स में 636 अंक की गिरावट दर्ज की गई। विदेशी फंडों की निकसी और भू-राजनीतिक अनिश्चितताओं के बीच व्यापक बिकवाली से भारतीय बाजारों में गिरावट आई। 30 शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स 636.24 अंक या 0.78 फीसदी की गिरावट के साथ 80,737.51 पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान यह 798.66 अंक या 0.98 फीसदी गिरकर 80,575.09 पर आ गया। एनएसई निफ्टी 174.10 अंक या 0.70 फीसदी गिरकर 24,542.50 पर आ गया।

क्या रहा सेंसेक्स कंपनियों का हाल?
सेंसेक्स की कंपनियों में अदाणी पोर्ट्स में 2.42 फीसदी की गिरावट आई। बजाज फिनसर्व, बजाज फाइनेंस, पावर ग्रिड, इटरनल, इंडसइंड बैंक, मारुति, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज और अल्ट्राटेक सीमेंट सबसे ज्यादा गिरावट में रहे। महिंद्रा एंड महिंद्रा इस समूह में एकमात्र लाभ में रही। अडानी समूह की 10 सूचीबद्ध कंपनियाँ गिरावट के साथ बंद हुईं। रेलिगेयर ब्रोकिंग लिमिटेड के वरिष्ठ उपाध्यक्ष (शोध) अजीत मिश्रा ने कहा कि विदेशी फंडों की लगातार हो रही निकासी, भू-राजनीतिक तनाव और व्यापार सौदों को लेकर अनिश्चितता के कारण बाजारों पर दबाव बढ़ रहा है।

यूरोपीय बाजारों में हुई गिरावट
एशियाई बाजारों में शंघाई का एसएसई कंपोजिट सूचकांक और हांगकांग का हैंग सेंग सकारात्मक दायरे में बंद हुआ, जबकि जापान का निक्केई 225 सूचकांक कम होकर बंद हुआ। दक्षिण कोरियाई बाजार बंद रहे। यूरोपीय बाजारों में गिरावट दर्ज की गई। अमेरिकी बाजार सोमवार को बढ़त के साथ बंद हुए।

वैश्विक तेल बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड 0.28 प्रतिशत बढ़कर 64.81 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया। एक्सचेंज डेटा के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने सोमवार को 2,589.47 करोड़ रुपये के शेयर बेचे। सोमवार को इंट्रा-डे ट्रेड में 796.75 अंक या 0.97 प्रतिशत गिरकर 80,654.26 पर आने के बाद, 30 शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स में उतार-चढ़ाव देखा गया और बाद में यह 77.26 अंक या 0.09 प्रतिशत गिरकर 81,373.75 पर बंद हुआ। निफ्टी 34.10 अंक या 0.14 प्रतिशत गिरकर 24,716.60 पर बंद हुआ।