भारतीय टेस्ट टीम के नियमित कप्तान विराट कोहली अगर जोहानसबर्ग में साउथ अफ्रीका के खिलाफ दूसरा टेस्ट मैच खेलने उतरते तो ये उनसे टेस्ट करियर का 99वां मैच होता।
दूसरा टेस्ट मैच शुरू होने से ठीक पहले पीठ में खिंचाव की वजह से वो प्लेइंग इलेवन से बाहर हो गए। विराट के दूसरे टेस्ट से बाहर होने की वजह से टीम की कप्तानी केएल राहुल को सौंपी गई तो वहीं प्लेइंग इलेवन में उनकी जगह हनुमा विहारी को मौका दिया गया।
विराट के प्रदर्शन को देखते हुए अनुमान लगाया जा रहा था कि यहां पर उनके शतक का सूखा भी खत्म हो सकता है। विराट साल 2019 के बाद से क्रिकेट के किसी भी प्रारूप में एक भी शतक नहीं लगा पाए हैं और एक बड़ी पारी का इंतजार उनके बल्ले से क्रिकेट फैंस बेसब्री के साथ कर रहे हैं। फिलहाल उनकी पीठ में खिंचाव की वजह से ये इंतजार थोड़ा और लंबा हो गया।
जोहानसबर्ग में टेस्ट मैचों में विराट कोहली के प्रदर्शन की बात करें तो साल 2013 में उन्होंने यहां पर खेले गए टेस्ट मैच की पहली पारी में 119 रन की पारी खेली थी तो वहीं दूसरी पारी में उन्होंने 96 रन बनाए थे। इसके बाद साल 2018 में एक बार फिर से इस मैदान पर कोहली ने पहली पारी में 54 रन जबकि दूसरी पारी में 41 रन की पारी खेली थी।