जोहरा सहगल जिन्हें कभी भुलाया नहीं जा सकता।आज उनकी डेथ एनिवर्सरी पर हम आपको उनकी जिंदगी की कुछ अनकही बातें बताएंगे। 27 अप्रैल 1912 को उत्तर प्रदेश के रामपुर जिले जोहरा सहगल का एक पारंपरिक मुस्लिम परिवार में जन्म हुआ था। बेहद छोटी उम्र में ही जोहर सहगल ने अपनी मां को खो दिया था।
जोहरा बॉम्बे शिफ्ट हो गईं, जहां उनकी बहन उजरा बट पृथ्वी थिएटर के साथ काम कर रही थी। बाद में जोहरा भी 1945 में एक अभिनेत्री के रूप में थिएटर से जुड़ी, जिसके बाद उन्होंने 1945 से 1959 तक देश के सभी प्रमुख शहरों में दौरा किया। इसी बीच उन्होंने 1986 में धरती के लाल फिल्म से अपने फिल्मी करियर की शुरुआत की।
एक्टिंग और डांसिंग के साथ-साथ जोहरा सहगल ने कोरियोग्राफी भी की। एक्ट्रेस ने गुरुदत्त की बाजी और राज कपूर की आवारा में बतौर कोरियोग्राफर काम किया।उन्हें पद्मश्री, पद्म विभूषण और कालिदास सम्मान से सम्मानित किया गया। वहीं साल 2014 में आज ही के दिन उन्होंने दुनिया को अलविदा कह दिया।
एक्ट्रेस ने गुरुदत्त की बाजी और राज कपूर की आवारा में बतौर कोरियोग्राफर काम किया। इसके अलावा उन्होंने लंदन में डॉक्टर हूं और 1984 की मिनी सीरीज द ज्वेल इन द क्राउन जैसी ब्रिटिश टेलीविजन शो में भी काम किया।