पांच दिवसीय दीपोत्सव की शुरुआत धनतेरस से हुई। धनतेरस पर लोगों ने वाहन, ज्वैलरी, इलेक्ट्राेनिक, इलेक्ट्रिक आइटम, बर्तन आदि की खरीदारी की। जिले में कारोबार 100 करोड़ रुपए के पार रहा।सहारनपुर में शनिवार को धनतेरस पर घर-आंगन के साथ बाजार भी गुलजार रहा।
पांच साल में करीब 2.50 लाख वाहन बढ़े हैं। इन पांच सालों में सबसे ज्यादा बिक्री दीपावली के समय हुई है। दीपावली, धनतेरस को हुई बिक्री के आंकड़े वाहनों के पंजीयन के बाद जोड़े जाएंगे।बहुत से लोगों ने शनिवार के दिन वाहन खरीदने से दूरी बनाई। ऐसे में रविवार को भी धनतेरस होने के कारण खरीद की जाएगी। लिहाजा यह आंकड़ा और बढ़ेगा।
धनतेरस वाले दिन लोगों ने जमकर झाड़ू की खरीदारी की। पिछले साल की अपेक्षा इस बार धनतेरस को झाड़ू की बिक्री 17 लाख अधिक हुई। पिछली धनतेरस को 25 लाख रुपये की झाड़ू की बिक्री हुई थी। कुम्हारों के दीए, कुल्हड़, झाल्लर, फूल, रंगोली का सामान और मिट्टी की मूर्ति का कारोबार डेढ़ करोड़ के आस-पास हुआ है।
जबकि आज यह बिक्री बढ़ने की उम्मीद है।शाम काे घर-दुकानाें पर दीपक जलाए गए।इसके बाद ह्यूंडई से लगभग 300, टाटा से तकरीबन 300, महिंद्रा से लगभग 150 से अधिक कारों की बिक्री हुई। चारपहिया वाहन कंपनी के सैल्स मैनेजर रमेश कुमार मीणा ने बताया कि जिले 200 से अधिक चौपहिया वाहन बिके हैं। इससे 14 करोड़ रु. के कारोबार का अनुमान है। जिले में 60 से अधिक ट्रैक्टर बिकने से 4 करोड़ के कारोबार का अनुमान है।