बांग्लादेश के चटगांव में वकील की हत्या के मामले में पुलिस से नौ लोगों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों से पूछताछ की जा रही है। वहीं वकील के पिता की शिकायत पर 46 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था। बताया जाता है कि गिरफ्तार किए गए लोगों में से अधिकतर अल्पसंख्यक हिंदू समुदाय के सफाई कर्मचारी थे।
दरअसल बांग्लादेश में इस्कॉन के नेता चिन्मय कृष्ण दास की गिरफ्तारी के विरोध में जगह-जगह प्रदर्शन हुए थे। इस दौरान मंगलवार को चटगांव में चिन्मय कृष्ण दास के समर्थकों और सुरक्षाकर्मियों के बीच झड़प के दौरान सहायक लोक अभियोजक और चटगांव बार एसोसिएशन के सदस्य अधिवक्ता सैफुल इस्लाम आरिफ (30) की हत्या कर दी गई थी।
चटगांव के कोतवाली प्रभारी अधिकारी अब्दुल करीम ने कहाकि सैफुल इस्लाम के पिता ने कल रात 46 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कराया है। अधिकतर आरोपी शहर की सेबोक कॉलोनी के निवासी हैं, जो हिंदू समुदाय के सफाई कर्मचारियों का केंद्र है। नौ आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है तथा अन्य की गिरफ्तारी के प्रयास जारी हैं।
उन्होंने कहा कि आरोपियों की पहचान अदालत परिसर के सीसीटीवी फुटेज के जरिये की गई। चंदन दास नामक व्यक्ति मुख्य आरोपी है। जो सीसीटीवी में वकील पर धारदार हथियार से हमला करते नजर आ रहा है। वकील की हत्या के बाद देश भर में आक्रोश फैल गया। वकील और राजनीतिक दल सड़कों पर उतर आए। उन्होंने वकील इस्लाम के हत्यारों के खिलाफ कड़ी दंडात्मक कार्रवाई की मांग की। जबकि कुछ ने कहा कि इस्कॉन बांग्लादेश पर प्रतिबंध लगाया जाए।
चिन्मय प्रभु को किया गया था गिरफ्तार
बांग्लादेश पुलिस ने सोमवार को देशद्रोह और सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने के आरोप में चिन्मय प्रभु को ढाका एयरपोर्ट से गिरफ्तार कर लिया था। इसके खिलाफ हिंदू समुदाय के लोग ढाका की सड़कों पर उतर पड़े और जाम लगा दिया। चिन्मय प्रभु चटगांव जाने के लिए हजरत शाहजलाल अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पहुंचे थे। जहां से गिरफ्तार कर पुलिस उनको जासूसी शाखा के कार्यालय ले आई। चिन्मय प्रभु बांग्लादेश में हिंदू समूह सम्मिलित सनातनी जोत के नेता भी हैं। चटगांव की छठे मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट काजी शरीफुल इस्लाम की कोर्ट ने उनकी जमानत याचिका को खारिज कर दिया था।