जिस तरह से बॉलीवुड अभिनेता आलोक नाथ का नाम मी टू विवाद में सामने आया है उसके बाद द सिने एंड टीवी आर्टिस्ट्स असोसिएशन (सिंटा) ने मंगलवार को आलोक नाथ को संस्था से अलग कर दिया है। सिंटा ने यह फैसला आलोक नाथ पर यौन रेप और यौन शोषण के आरोप लगने के बाद यह फैसला लिया है। आपको बता दें कि डायरेक्टर और प्रोड्यूसर विनीता नंदा ने आलोक नाथ पर उनके साथ यौन शोषण और रेप का आरोप लगाया था।
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ट्विटर पर किया एलान
ट्विटर के माध्यम से सिंटा ने इस बात की जानकारी देते हुए लिखा कि जिस तरह से तमाम यौन शोषण के आलोक नाथ पर आरोप ललगे हैं उसे देखते हुए एग्जेक्युटिव कमेटी ने उन्हें संगठन से निष्कासित करने का फैसला लिया है। आपको बता दें कि आलोकनाथ को फिल्म जगत में संस्कारी बाबू के नाम से भी जाना जाता है। जिस तरह के रोल वह करते हैं उसे देखते हुए उनकी छवि एक संस्कारी बाबू के रूप में स्थापित हुई है और लोग उन्हें बाबूजी कहते हैं। लेकिन उनपर यौन शोषण के आरोपों के बाद वह लगातार विवादों में घिरे हैं।
कई महिलाओं ने लगाया आरोप
तमाम अदाकाराओं ने जिन्होंने आलोकनाथ के साथ काम किया है ने इस बात का खुलासा किया है कि आलोकनाथ का महिलाओं के साथ व्यवहार सही नहीं है। जिन महिलाओं ने यह आरोप लगाया है उनमे हिमानी शिवपुरी, दीपिका अमीन, संध्या मृदुल, भी शामिल हैं। इन तमाम अभिनेत्रियों ने विनीता नंदा के आरोपों का समर्थन किया है। आपको बता दें कि मौजूदा समय में बॉलीवुड में मी टू को लेकर बहस चल रही है। इसकी चपेट में नाना पटेकर से लेकर साजिद खान, कैलाश खेर, चेतन भगत, रजत कपूर, विकास बहल तक आ चुके हैं। उन तमाम लोगों पर यौन शोषण का आरोप लगा है।