आगरा: देश-विदेश के आठ हजार से ज्यादा चिकित्सक पांच दिन तक सर्जरी की विधाओं के साथ अपने अनुभव साझा करने के लिए आगरा में आ रहे हैं। मंगलवार से जेपी पैलेस होटल में एसोसिएशन ऑफ सर्जंस ऑफ इंडिया के वार्षिक सम्मेलन एसीकॉन में चिकित्सकों का जुटना शुरू हो गया। पहले दिन 300 चिकित्सकों को शांति वेद अस्पताल में हैंड ऑन कोर्स में सर्जरी की नई विधाओं का प्रशिक्षण दिया गया। एसीकॉन का औपचारिक उद्घाटन 12 दिसंबर को होगा।
एसीकॉन में मंगलवार को पहले दिन देश के ग्रामीण क्षेत्रों में काम कर रहे सर्जन को प्रशिक्षण दिया गया। उन्हें 12 कोर्स कराए गए, जिनमें लेजर, एमआईपीएच, एंडोस्कोपी, अल्ट्रासाउंड के साथ सीटी स्कैन, एमआरआई की रिपोर्ट को ठीक से पढ़ने की ट्रेनिंग दी गई। 10 से 14 दिसंबर तक आयोजित हो रहे एसीकॉन में सचिव डॉ. लक्ष्मीकांत लाडुकर ने बताया कि गांव में चिकित्सकों और सर्जंस की कमी है। ट्रेनिंग का उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्र के मरीजों को सुविधा प्रदान करना है ताकि छोटी सर्जरी के लिए उन्हें शहर न भागना पड़े।
शौच में पांच मिनट से ज्यादा तो पाइल्स
डॉ. योगेश मिश्रा ने बताया कि गलत खानपान और रहन-सहन के कारण पाइल्स की सर्जरी 18 से 40 साल की उम्र में होने लगी हैं। यदि शौच में पांच मिनट से ज्यादा समय लगता है तो यह पाइल्स के संकेत हैं। जिन्हें कब्ज की परेशानी रहती है, उन्हें लापरवाही नहीं करनी चाहिए।
कीटनाशकों से बढ़ रही गाल ब्लैडर में पथरी
औरंगाबाद से आए डॉ. प्रवीन सूर्यवंशी ने बताया कि यूपी से लेकर आसाम तक कठोर पानी और खेतों में कीटनाशकों का ज्यादा इस्तेमाल हो रहा है। इससे पित्त की थैली में पथरी के मामले बढ़ रहे हैं। तला खाना मोटापे के साथ कैंसर, डायबिटीज की समस्या को बढ़ा रहा है।
आज 20 से ज्यादा सर्जरी का लाइव प्रसारण
आयोजन अध्यक्ष प्रो. एसके मिश्रा ने बताया कि हैंड ऑन सर्जरी का आयोजन पहली बार किया गया है। 11 दिसंबर को दिल्ली, मुंबई सहित सेंटर फॉर एक्सीलेंस से 20 से अधिक सर्जरी की जाएंगी। सम्मेलन स्थल पर इसका लाइव प्रसारण किया जाएगा। आयोजन सचिव डॉ. अमित श्रीवास्तव व डॉ. समीर कुमार ने बताया कि एसीकाॅन में देश विदेश के प्रतिष्ठित सर्जन बीमारियों, सर्जरी और नई तकनीकी पर वीडियो आधारित व्याख्यान देंगे।