हरिद्वार:  रविवार की सुबह मनसा देवी मंदिर दर्शन जाने वाले श्रद्धालुओं ने सोचा भी नहीं होगा कि वे काल के गाल में समा जाएंगे। मंदिर जाने वाले पैदल मार्ग पर उस वक्त हड़कंप मच गया जब श्रद्धालुओं की भारी भीड़ के बीच अचानक भगदड़ मच गई। करीब नौ बजे के आसपास मंदिर की चढ़ाई कर रहे श्रद्धालुओं के बीच किसी ने करंट लगने की अफवाह फैला दी, जिससे अफरा-तफरी का माहौल बन गया।

देखते ही देखते लोग एक-दूसरे पर गिरने लगे। चीख-पुकार के बीच कई श्रद्धालु दब गए। हादसे में एक बच्चे समेत 35 श्रद्धालु घायल हो गए। उन्हें तत्काल जिला अस्पताल पहुंचाया गया। इनमें आठ श्रद्धालुओं की मौत की पुष्टि की गई है। अन्य घायलों को प्राथमिक उपचार के बाद हायर सेंटर रेफर किया गया है। एम्स पीआरओ संदीप कुमार ने बताया कि एम्स में कुल 15 घायल लाए गए थे, जिसमें से पांच को प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई है। 10 अभी यहां भर्ती हैं। इनमें दो साल की एक बच्ची, 26 वर्षीय युवती व 56 वर्षीय महिला की स्थिति गंभीर बनी हुई है।

घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों की टीम तत्काल मौके पर पहुंची और रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया। पुलिस ने भीड़ को नियंत्रित किया और घायलों को एंबुलेंस से जिला अस्पताल भेजा गया।

अस्पताल में अफरा-तफरी के बीच परिजनों की आंखों में आंसू और दिलों में गम साफ देखा गया। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रमेंद्र सिंह डोबाल ने बताया कि घटना बेहद दुखद है। कुल 35 घायलों को जिला अस्पताल लाया गया, जिनमें से आठ श्रद्धालुओं को डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। बाकी घायलों का इलाज चल रहा है और कुछ को हायर सेंटर रेफर किया गया है।