ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारत के नुकसान को लेकर पाकिस्तान के दावों पर चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान ने सिंगापुर में शंगरी-ला डायलॉग के दौरान एक साक्षात्कार में उसकी पोल खोल दी है। यहां ब्लूमबर्ग टीवी को दिए गए साक्षात्कार में जब उनसे पूछा गया कि क्या तनाव के दौरान पाकिस्तान ने भारत के राफेल समेत छह फाइटर जेट मार गिराए थे? तो उन्होंने इसे सिरे से खारिज कर दिया। सीडीएस चौहान ने कहा कि यह ज्यादा जरूरी है कि हम यह समझें कि हमारे विमान क्यों गिरे, ताकि आगे की रणनीति बेहतर बनाई जा सके।
क्या पाकिस्तान ने भारतीय लड़ाकू विमान को मार गिराया?
इस सवाल का जवाब देते हुए सीडीएस अनिल चौहान ने का कि जो अहम सवाल है वह यह है नहीं है कि हमारे लड़ाकू विमान गिरे, बल्कि यह है कि हमने उड़ान भरी ही क्यों? (पाकिस्तान के आतंकवादी ठिकानों पर हमला करने की ओर इशारा) अच्छी बात यह है कि हमने अपनी रणनीतिक गलती को समझा, उस गड़बड़ी को सुधारा और ठीक कर लिया। इसके बाद हमने दो दिन बाद उस रणनीति को फिर लागू किया और अपने सभी जेट्स को उड़ाया और लंबी दूरी तक निशाना बनाया। (पाकिस्तान के एयरबेसों को निशाना बनाने की घटना की ओर इशारा करते हुए)।
पाकिस्तान का दावा है कि उसने भारत के छह लड़ाकू विमान मार गिराए, क्या यह सही है?
आगे जब उनसे पाकिस्तानी पीएम शहबाज के दावे को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने इसे खारिज कर दिया गया। सीडीएस ने कहा, ‘बिल्कुल गलत, मैंने पहले ही कहा है कि यह अहम नहीं है कि हमारे लड़ाकू विमान गिरे या नहीं, अहम सवाल यह है कि इसके बाद हमने क्या किया।’
एयर मार्शल ने भी स्वीकारी थी नुकसान की बात
इससे पहले, भारतीय वायुसेना के डायरेक्टर जनरल ऑफ एयर ऑपरेशन्स एयर मार्शल एके भारती ने भी 11 मई को प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था कि ‘लड़ाई में नुकसान होना सामान्य बात है, लेकिन हमारे सभी पायलट सुरक्षित घर लौटे।’ उन्होंने यह भी साफ किया कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान वायुसेना ने पूरी ताकत से काम किया और दुश्मन को करारा जवाब दिया।