मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा है कि मसूरी में आयोजित हो रहे चिंतन शिविर से जो अमृत निकलेगा उससे उत्तराखंड जरूर आगे बढ़ेगा। सीमावर्ती क्षेत्रों की योजनाएं दून में बैठकर ही न बनें और जवाबदेही भी तय हो।
शिविर के लिए मसूरी पहुंचे मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि इसमें उत्तराखंड के सभी पहलुओं को ध्यान में रखकर चर्चा की जाएगी। अगले पांच से दस साल का रोडमैप तैयार किया जाएगा।उन्होंने कहा कि कहा विकास का मॉडल पुराने समय में लखनऊ में बनकर तैयार होता था और वहीं से योजनाएं बनती थीं।
अब केवल देहरादून में रहकर योजनाएं न बनें बल्कि सीमावर्ती क्षेत्र में बनें और इसके लिए सबकी जवाबदेही तय की जाए। मूल्याकंन इस बात पर किया जाए कि कितने रिजल्ट निकले हैं और किसने कितना परफॉर्म किया, किसने अच्छा कार्य किया और किसने आउटपुट दिया।
इससे पूर्व तीन दिनी चिंतन शिविर का शुभारंभ करने के लिए बुधवार को मुख्यमंत्री सुबह 1025 बजे पोलो ग्राउंड पहुंचे। यहां जिलाधिकारी सोनिका ने उनका स्वागत किया। मुख्यमंत्री सड़क मार्ग से 1030 बजे एलबीएस अकादमी पहुंचे।