बॉलीवुड अभिनेता मनोज बाजपेयी की गिनती बी-टाउन के दिग्गज कलाकारों में होती है। एक्टर लीग से हटकर अभिनय करने के लिए जाने जाते हैं। मनोज इन दिनों अपनी अपकमिंग फिल्म ‘सिर्फ एक बंदा काफी है’ को लेकर काफी लाइमलाइट बटोर रहे हैं।
एक्टर की उन फिल्मों के बारे में बात हुई, जिनमें उन्हें उनकी बेहतरीन एक्टिंग के लिए सराहना और प्यार मिला, लेकिन आर्थिक रुप से उन्हें कोई फायदा नहीं हुआ। अभिनेता ने सत्या, शूल, कौन?, जुबैदा, अक्स, दिल पे मत ले यार, पिंजर और सड़क जैसी फिल्मों के बारे में बात करते हुआ कहा कि मैं इन परियोजनाओं का हिस्सा था। फिल्मों में मेरी एक्टिंग की काफी तारीफ हुई थी, लेकिन वे कम बजट की फिल्में थीं जो उन्हें सुपरस्टार नहीं बना सकीं।
एक्टर ने आगे खुलासा किया कि फिल्म सत्या में काम करने के सात-आठ साल बाद वो अपना घर खरीदने में सक्षम हो पाए थे। इससे पहले, जिन फिल्मों के लिए उन्हें फीस मिलती थी, उससे मनोज बस अपनी आर्थिक स्थिति ही ठीक कर पा रहे थे।