अयोध्या: यूपी के अयोध्या में दीपावली के धूम-धड़ाके ने लोगों का मनोरंजन तो खूब किया, लेकिन हवाओं में प्रदूषण रूपी जहर भी घोल दिया है। पिछले एक सप्ताह में ही शहर की हवा खराब हो गई। वायु गुणवत्ता सूचकांक लगभग दोगुना हो गया। विशेषज्ञों ने अब लोगों से सतर्कता बरतने की सलाह दी है।
जिले में यूं तो प्रदूषण का ग्राफ पहले भी बढ़ा रहा है। लेकिन, पिछले कुछ दिन से हालत सामान्य थी। शहर के साकेतपुरी कॉलोनी में लगे सेटेलाइट सेंसर के आंकड़ों पर गौर करें तो 27 अक्तूबर तक वायु गुणवत्ता सूचकांक लगभग 83 दर्ज हुआ था, जो कि काफी हद तक ठीक था।
रात से बिगड़ने लगी मौसम की हालत
इसके बाद ही शहर से लेकर देहात तक दीपावली का उल्लास छाने लगा। जगह-जगह पटाखों व आतिशबाजी की धूम रही। इसका सीधा असर वायुमंडल पर पड़ा और प्रदूषण का ग्राफ दिन-ब-दिन बढ़ता गया। इसका असर रहा कि 30 अक्तूबर तक ही एक्यूआई बढ़कर 137 पहुंच गया। लेकिन, दीवाली की रात से तो हालात और बिगड़ने लगे।
दो दिन चला आतिशबाजी का दौर
बृहस्पतिवार से जिलेभर में आतिशबाजी की धूम रही। आतिशबाजी का यह सिलसिला शुक्रवार तक भी चला। कई ऊंचे आवाज व अधिक प्रदूषण छोड़ने वाले पटाखे जगह-जगह फोड़े गए, जिन्होंने वायुमंडल में मानो जहर घोलने का काम किया।
छाई रही हल्की धुंध
इन्हीं वजहों से शनिवार तक वायु गुणवत्ता सूचकांक जबरदस्ती उछाल के साथ 173 पहुंच गया। शायद इसी कारण रविवार को भी हल्की धुंध छाई दिखी। हालांकि विशेषज्ञ अब त्यौहार बीतने के बाद कुछ गनीमत की उम्मीद जता रहे हैं, लेकिन लोगों से सतर्कता बरतने की अपील भी कर रहे हैं।
बढ़ा है प्रदूषण का ग्राफ
क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रक डॉ. टीएन सिंह ने बताया कि प्रयोगशाला में प्रदूषण की जांच का अभी वास्तविक परिणाम आना शेष है। लेकिन, अब तक की रिपोर्ट के अनुसार निश्चित तौर से प्रदूषण का ग्राफ बढ़ा है। लोगों को इसके प्रति सजग रहना चाहिए।