चीन की सेना लगातार आधुनिक तकनीकों में निवेश कर रही है, इसके साथ उसने अपने सैनिकों को चेतावनी दी है कि वे युद्ध के मैदान में कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) पर ज्यादा निर्भर न हों। सेना ने कहा है कि एआई केवल एक उपकरण होना चाहिए, जो इंसानों को मार्गदर्शन दे, न कि इंसानी फैसलों की जगह ले, क्योंकि एआई में खुद की समझने की क्षमता नहीं होती। चीन की सेना के आधिकारिक अखबार पीपुल्स लिबरेशन आर्मी डेली ने नए साल की संध्या पर प्रकाशित एक लेख में कहा, ‘एआई को हमेशा इंसानी फैसलों की तरफ से नियंत्रित रहना चाहिए ताकि जवाबदेही, रचनात्मकता और रणनीतिक लचीलापन बनाए रखा जा सके।’
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