रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच रूस को एक बड़ा झटका लगा है। रूस के वरिष्ठ नौसेना अधिकारी और सैन्य कमांडर मेजर जनरल मिखाइल गुडकोव की मौत हो गई है। गुडकोव रूस के कुर्स्क इलाके में मारा गए, जो यूक्रेन की सीमा से सटा हुआ है। उनकी मौत को लेकर रूसी रक्षा मंत्रालय ने पुष्टि की है। गुडकोव का नाम पहले भी चर्चा में रहा है क्योंकि वो उस सैन्य ब्रिगेड के प्रमुख थे, जिस पर यूक्रेन में नरसंहार जैसे गंभीर आरोप लगे थे। ऐसे में रूस के मेजर जनरल मिखाइल गुडकोव की मौत ने एक बार फिर यूक्रेन युद्ध के खौफनाक पहलुओं को सामने ला दिया है।

रूसी सरकारी समाचार एजेंसी आरआईए के मुताबिक, मिखाइल गुडकोव 2 जुलाई 2025 को कुर्स्क क्षेत्र में ‘सैन्य कार्रवाई’ के दौरान मारे गए। हालांकि, कुछ अंतरराष्ट्रीय मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि गुडकोव एक सटीक यूक्रेनी मिसाइल हमले में मारे गए। रूसी सरकार ने इस पर कोई स्पष्ट विवरण नहीं दिया है। ऐसे में आइए जानते हैं कि युद्ध और आरोपों में घिरी गुडकोव की जिंदगी की का कैसे अंत हो गया.

मार्च 2025 में मिली थी बड़ी जिम्मेदारी
मिखाइल गुडकोव को मार्च 2025 में रूसी नौसेना का डिप्टी हेड नियुक्त किया गया था। यह प्रमोशन उस समय दिया गया जब उनके सैन्य रिकॉर्ड पर पहले से ही कई सवाल खड़े थे। इससे पहले, गुडकोव रूस की बेर इनफेमस 155वीं नेवल इंफेंट्री ब्रिगेड के कमांडर थे।

155वीं ब्रिगेड पर नरसंहार के आरोप
गुडकोव की कमान वाली 155वीं ब्रिगेड पर यूक्रेन युद्ध के दौरान गंभीर आरोप लगे हैं। इस ब्रिगेड का नाम सबसे ज्यादा बुचा नरसंहार में आया। साल 2022 में जब यूक्रेनी सेना ने कीव के पास बुचा इलाके को रूसी कब्जे से छुड़ाया, तो वहां सामूहिक कब्रें और आम नागरिकों के शव मिले थे। इस घटना ने पूरी दुनिया को झकझोर दिया था।