भारत के सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल 33 देशों की राजधानियों का दौरा कर रहे हैं। सात अलग-अलग दलों में शामिल 51 सांसदों के अलावा कई राजनयिक, पूर्व केंद्रीय मंत्री और नौकरशाह भी इन शिष्टमंडलों में शामिल हैं। दहशतगर्दों के पनाहगाह पाकिस्तान और प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के नेतृत्व वाली सरकार की नीतियों को बेनकाब करने के लिए ये प्रतिनिमंडल विदेश में अलग-अलग कार्यक्रम कर रहे हैं। इसी क्रम में संजय झा के नेतृत्व वाला सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल दक्षिण कोरिया पहुंचा है। यहां सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहे जेडीयू सांसद संजय झा ने आतंकवाद के मुद्दे पर पाकिस्तान की कड़ी आलोचना की। साथ ही उसे ‘आतंकवाद की फैक्ट्री’ करार दिया।

कोरिया गणराज्य की राजधानी सियोल में भारतीय समुदाय से वार्ता करते हुए संजय झा ने आतंकवाद के खिलाफ भारत के रुख को साफ किया। उन्होंने कहा कि भारत ने आतंक से निपटने के लिए नया नियम बनाया है। उन्होंने कहा कि अब भारत का रुख जैसे को तैसा वाला है। भारत के सभी दल एक साथ कह रहे हैं कि यह नया भारत है…अगर आप हमें मारेंगे, तो हम आपको वापस मारेंगे।

पाकिस्तान के मंसूबे हुए फेल
इस दौरान संजय झा ने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारतीय सेना के शौर्य की कहानी भी बताई। उन्होंने कहा कि इस ऑपरेशन के दौरान आतंकवादी ढांचे पर इतनी सटीकता से हमला किया गया कि पाकिस्तान की तरफ एक भी नागरिक नहीं मारा गया। वहीं आतंकवाद के प्रति अपना समर्थन जताते हुए पाकिस्तान ने ड्रोन के जरिए भारत पर हमला करने की कोशिश की। उन्होंने हमारे नागरिकों, मंदिरों और गुरुद्वारों पर हमला करने की कोशिश की, लेकिन इसमें वे सफल नहीं हुए।

आतंकवाद के खिलाफ पीएम मोदी के नेतृत्व वाली सरकार का रुख बताते हुए उन्होंने कहा कि भारत के लोगों ने अब अपना मन बना लिया है कि हम न केवल आतंकवादियों बल्कि आतंकवाद को पोषित और वित्तपोषित करने वालों को भी खत्म कर देंगे। पाकिस्तान में कोई फैक्ट्री नहीं है, वहां केवल आतंकवाद की फैक्ट्री है।