लखनऊ-आगरा एक्सप्रेसवे पर रविवार दोपहर करीब दो बजे ओवरटेक करने में कंटेनर से तेज रफ्तार कर टकरा गई। कार में सवार गाजियाबाद निवासी विजय पाठक (55) उनकी बहन सीमा (40) और बिजनेस पार्टनर उमेश सिंह (43) की मौके पर ही मौत हो गई। घायल आरुषि (26) को कन्नौज मेडिकल कॉलेज से कानपुर हैलट रेफर कर दिया गया। हादसे के चालक कंटेनर छोड़कर भाग गया।

बिहार प्रांत के जिला गोपालगंज के थाना जादवपुर के गांव अंबा थाना के मूल निवासी विनय पाठक काफी समय से गाजियाबाद के राजनगर एक्सटेंशन में परिवार सहित रहते थे। वह बिहार के ही आरा निवासी उमेश सिंह के साथ हाउसिंग सोसाइटी में मेंटीनेंस का काम करते थे। विनय के देवरिया निवासी बहनोई व्यासचंद्र का 12 मई को मौत हो गई थी।

24 मई को तेरहवीं शामिल होने के लिए वह उमेश के साथ गए थे। देवरिया के कस्बा बरहज की मूल निवासी विनय की दूसरी बहन सीमा पत्नी अजीत उपाध्याय भी वर्तमान में गाजियाबाद के डी 103 सेक्टर 23 संजय नगर में रह रही थीं। सीमा के जेठ की बेटी की गोरखपुर में 23 मई को मंगनी थी। वह उसी में शामिल होने के लिए बेटी आरुषि और बेटे आयुष के साथ गोरखपुर गई थीं।

कंटेनर में पीछे से टकराई कार
विनय के भांजे राजेश ने बताया कि तेरहवीं में शामिल होने के बाद मामा, उमेश के साथ गोरखपुर गए थे। वहां से मौसी सीमा और उनकी बेटी आरुषि को लेकर रविवार सुबह करीब तीन बजे गाजियाबाद जाने के लिए निकले थे। मामा की एक्सयूवी गाड़ी उमेश चला रहे थे।

रविवार दोपहर करीब दो बजे लखनऊ-आगरा एक्सप्रेसवे पर बांगरमऊ कोतवाली क्षेत्र में कार आगे चल रहे कंटेनर में पीछे से टकरा गई। टक्कर इतनी तेज हुई एक्सयूवी कार का आधा हिस्सा कंटेनर के नीचे चला गया। इसी दौरान वहां से गुजर रहे कन्नौज के सदर कोतवाली प्रभारी जितेंद्र प्रताप सिंह ने आरुषि की सांस चलते देख आनन-फानन अपनी कार से कन्नौज मेडिकल कॉलेज पहुंचाया। बाद में कानपुर हैलट रेफर कर दिया गया।

बांगरमऊ कोतवाल चंद्रकांत सिंह, सीओ अरविंद चौरसिया और यूपीडा की टीम ने मौके पर पहुंचे कंटेनर और गाड़ी के बीच में फंसे तीनों शवाें को कार के कुछ हिस्सों को कटर से काटकर निकलवाया। सीओ अरविंद चौरसिया ने बताया कि जांच में सामने आया है कि कार चालक कंटेनर को बाएं तरफ से ओवरटेक कर रहा था। हार्न सुनकर चालक ने कंटेनर को बाएं तरफ लिया। इससे कार उसमें टकरा गई।