लखनऊ:  पूर्व राज्यमंत्री सुनील भराला ने शुक्रवार को लखनऊ में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की| मुलाकात के बाद भराला ने कहा कि इस बार का महाकुंभ 144 साल का योग लेकर आया है। ऐसे योग में भारत की आधी आबादी लगभग 60 करोड़ श्रद्धालुओं को संगम में स्नान करने का अवसर मिला। महाकुंभ की अत्यंत सुंदर व्यवस्था के लिए सीएम योगी का आभार व्यक्त करता हूं | मुख्यमंत्री ने दिव्यकुंभ में अनवरत 40 दिनों से राष्ट्रीय परशुराम परिषद के महाशिविर से लगभग 1 लाख परिवारों में भगवान परशुराम की मूर्ति और चालीसा वितरण के साथ विष्णु भगवान के छठवें अवतार भगवान परशुराम के परशुराम महायज्ञ के लिए विशेष बधाई दी जा रही है।

भराला ने आगे कहा कि जो लोग महाकुंभ को बदनाम कर रहे हैं, वह सनातनी नहीं हो सकते। महाकुंभ की बेहतर व्यवस्था के कारण ही देश के कोने-कोने से श्रद्धालु यहां आ रहे हैं। महाकुंभ सनातनियों की श्रद्धा व आस्था से जुड़ा है। सच यह है कि महाकुंभ समरसता और आस्था का संगम है, जहां जाति, धर्म, भाषा, क्षेत्र के भेदभाव को खत्म करके सभी श्रद्धालु एक साथ जुड़ते हैं।

लेकिन ये नकारात्मकता फैलाने वाले वही लोग हैं। जिन्होंने जीवन भर सरकार से वीवीआईपी ट्रीटमेंट लिया है, ये वही लोग हैं जो नकारात्मकता पैदा करके भारत और सनातन के विरोध में सदैव खड़े रहते हैं और दुष्प्रचार करने में मशगूल रहते है। सरकार महाकुंभ को ऐतिहासिक बनाने के लिए संकल्पित है।

विपक्ष की आलोचनाओं को दरकिनार करते हुए कहा कि यह आयोजन सनातन धर्म और भारतीय संस्कृति का गौरव है और इसे भव्य रूप से मनाने में कोई कोताही नहीं बरती जाएगी। प्रशासन और सुरक्षा में लगे कुछ मुगल सोच रखने वाले अधिकारियों द्वारा श्रद्धालुओं के प्रति दुर्व्यवहार किया गया। ऐसे दूषित मानसिकता वाले अधिकारियों के वजह से सनातनी श्रद्धालुओं को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ा है। जिसके ऊपर कार्रवाई होनी चाहिए।

उन्होंने कहा कि जो लोग महाकुंभ को बदनाम कर रहे हैं, वह सनातनी नहीं हो सकते हैं। महाकुंभ की बेहतर व्यवस्था के कारण ही देश के कोने-कोने से श्रद्धालु यहां आ रहे हैं। महाकुंभ सनातनियों की श्रद्धा और आस्था से जुड़ा है। प. सुनील भराला ने ऐतिहासिक बजट प्रस्तुत करने के लिए मुख्यमंत्री को धन्यवाद ज्ञापित किया।